स्पेशल डेस्क
लखनऊ। बीजेपी सरकार लाख दांवे करे कि देश में बेरोजगारी खत्म हो रही है लेकिन अब भी लोग गरीबी और बेरोजगारी के चलते मौत को गले लगाने पर मजबूर है। इसका ताजा उदाहरण है कि कासगंज के कस्बा बिलराम में गरीबी और बेरोजगारी से तंग आकर एक पिता ने बेहद गलत फैसले लेते हुए अपने आप को बड़ी सजा देते हुए मौत को गले लगा लिया है।

मामला शनिवार की सुबह का बताया जा रहा है जहां गांव के बाहर उस मजबूर बाप का शव लटका मिला। जानकारी के मुताबिक वह अपने परिवार की भूख नहीं मिटा पा रहा था।
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इस वजह से परेशान रहता है। जो भी मेहनत मजदूरी से कमाता था, उससे उसका परिवार नहीं चल पा रहा था। थाना ढोलना के कस्बा बिलराम के महेशपुर रोड निवासी पूरन (41) पुत्र हुकुम सिंह गरीबी और भूख से लड़ रहा था। रोज काम की तलाश में रहता था लेकिन कई दिनों से उसे काम नहीं मिल रहा था।
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इस कारण परिवार में चूल्हा नहीं जल पा रहा था। इतना ही नहीं पड़ोसियों से खाना मांग कर काम चला रहा था। इतना ही नहीं काम की तलाश में वह दिल्ली भी गया लेकिन वहां उसे मायूसी हाथ लगी। शुक्रवार जब लौटा तो देखा अब भी उसका परिवार भूख से तड़प रहा था। इसके बाद उसने मौत को गले लगा लिया।
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