न्यूज डेस्क
पर्दें के पीछे रहकर काम करने वाले आरएसएस में पिछले कुछ समय में काफी बदलाव दिखने लगा है । संघ जनता से सीधे तौर पर जुड़नेऔर अपनी छवि बदलने के लिए लगातार कोशिश कर रहा है। ना सिर्फ संवाद के जरिए बल्कि कई अन्य मुद्दों पर भी संघ ने लोगों को चौंकाया है और अपनी छवि से विपरीत काम किया है।
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने आज ट्विटर पर आधिकारिक तौर पर एंट्री लेकर सबको चौका दिया। इतना ही नहीं संगठन के सात प्रमुख नेताओं ने ट्विटर पर एंट्री ली। इन नेताओं की ट्विटर पर एंट्री की चर्चा होने लगी है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS)भी डिजिटल हो गया है। आज संघ प्रमुख के साथ-साथ सात प्रमुख नेताओं ने ट्विटर पर एंट्री ली। मोहन भागवत का ट्विटर हैंडल @DrMohanBhagwat है।
भागवत के अलावा भैयाजी जोशी, सुरेश सोनी, कृष्ण गोपाल, वी भागय्या, अरुण कुमार और अनिरुद्ध देशपांडे भी ट्विटर पर आ चुके हैं। बात मोहन भागवत की करें तो अभी तक वह सिर्फ RSS के आधिकारिक ट्विटर हैंडल को फॉलो कर रहे हैं।

बता दें कि क्रस्स् के ट्विटर हैंडल को 13 लाख से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं। इससे पहले RSS का ट्विटर पर अकाउंट है और उसी अकाउंट से संघ का आधिकारिक बयान या फिर मोहन भागवत का बयान साझा किया जाता था।
बता दें कि RSS की तरफ से बीते कुछ समय में जनता से सीधे तौर पर जुड़ने और अपनी छवि बदलने की कोशिशें की जा रही हैं। पिछले साल मोहन भागवत ने दिल्ली के विज्ञान भवन में एक कार्यक्रम को संबोधित किया था, जिसमें तीन दिन तक संघ ने देश के कई वर्गों के लोगों से सीधी बात की थी।
1925 में बने इस संगठन को साल 2011 में उसका आधिकारिक ट्विटर हैंडल मिला था। पिछले कुछ सालों में RSS युवाओं को अपने साथ जोड़ने के लिए आधुनिक तरीकों को अपनाता दिख रहा है। इसी क्रम में उसने अपना ड्रेस कोड भी बदला था।
संघ की पिछली कुछ गतिविधियां चर्चा में रहीं। इनमें पूर्व राष्ट्रपति और कांग्रेसी दिग्गज रहे प्रणब मुखर्ज को अपने कार्यक्रम में बुलाना, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को चर्चा के लिए न्योता देना, उद्योगपति रतन टाटा के साथ चर्चा करना जैसी बातें अहम रही हैं।
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