न्यूज डेस्क
भारतीय वायुसेना का विमान एन-32 असम के एयरबेस से उड़ान भरने के बाद लापता हो गया। वायुसेना के परिवहन विमान के असम के जोरहाट से सोमवार को आखिरी संपर्क हुआ था। इसके बाद से किसी भी तरह का संपर्क विमान से नहीं हो पाया है। विमान के लापता होने के बाद इसके खोज के लिए सेना को भी लगाया गया है।
भारतीय वायुसेना ने विमान का पता लगाने के लिए सभी संभव संसाधन लगा दिए गए हैं। इसमें सी-130जे, सी 130 हरक्यूलिस, सुखोई सू-30 फाइटर जेट शामिल हैं। इसके अलावा मैदान में तैनात सैनिक भी विमान का पता लगाने में जुट गए हैं। भारतीय वायुसेना ने कहा कि कुछ रिपोर्टों से संभावित दुर्घटना स्थल के देखे जाने की जानकारी मिली।
इसी बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर लापता वायुसेना के एएन-32 विमान के बारे में वायुसेना के उप प्रमुख एयर मार्शल राकेश सिंह भदौरिया से बात की और इसके बारे में जानकारी ली।
इसके अलावा उन्होंने लापता विमान का पता लगाने के लिए वायुसेना की तरफ से उठाए गए कदमों की जानकारी दी। मैं विमान में सवार सभी यात्रियों की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता हूं। चीफ ऑफ एयर स्टाफ एयर चीफ मार्शल बी एस धनोआ चार दिवसीय यात्रा पर स्वीडन गए हुए हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि विमान का पता लगाने के लिए भारतीय वायु सेना ने सभी उपलब्ध संसाधन काम में लगा दिए हैं। अधिकारियों ने कहा कि मेचूका एडवांस्ड लैंडिंग ग्राउंड चीन की सीमा से ज्यादा दूर नहीं है।
इससे पहले भी जुलाई 2016 में भारतीय वायुसेना का एन32 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट बंगाल की खाड़ी के ऊपर से लापता हो गया था। इस विमान में 29 लोग सवार थे। विमान चेन्नई में एक एयरबेस से उड़ान भरा था और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के लिए रवाना हुआ था।
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