जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली. भारतीय क्रिकेट में रविवार का दिन ऐतिहासिक बन गया। मेघालय के बल्लेबाज आकाश कुमार चौधरी ने रणजी ट्रॉफी के प्लेट ग्रुप मुकाबले में ऐसा कारनामा कर दिखाया, जो अब तक सिर्फ दिग्गज खिलाड़ियों के नाम दर्ज था।
उन्होंने अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ एक ओवर में लगातार छह छक्के लगाकर प्रथम श्रेणी क्रिकेट के इतिहास में अपना नाम दर्ज करा लिया।
आकाश इससे पहले सिर्फ दो महान खिलाड़ियों सर गैरी सोबर्स और रवि शास्त्री — के साथ इस खास क्लब में शामिल हुए हैं। हालांकि, आकाश ने यहां भी एक कदम आगे बढ़ते हुए लगातार आठ गेंदों पर आठ छक्के ठोक दिए, जो क्रिकेट इतिहास में अब तक कभी नहीं हुआ था।

11 गेंदों में सबसे तेज अर्धशतक
आकाश ने सिर्फ 11 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया, जो फर्स्ट क्लास क्रिकेट इतिहास का सबसे तेज अर्धशतक बन गया। इससे पहले यह रिकॉर्ड वेन नाइट (12 गेंदों, 2012) और क्लाइव इनमैन (13 गेंदों, 1965) के नाम था।
हालांकि समय के लिहाज से देखें तो आकाश ने यह रिकॉर्ड 9 मिनट में बनाया, जबकि इनमैन ने 8 मिनट में 50 रन पूरे किए थे।
लिमर डाबी के ओवर में बरसे छक्के
यह धमाकेदार पारी मेघालय की पहली पारी के 126वें ओवर में देखने को मिली। बाएं हाथ के स्पिनर लिमर डाबी की गेंदों पर आकाश ने लगातार छह छक्के जड़ दिए। आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे आकाश ने शुरुआत में दो रन लेकर क्रीज पर खुद को जमाया, लेकिन इसके बाद उन्होंने तूफानी अंदाज में गेंदबाजों की नींद उड़ा दी।
करियर पर एक नजर
25 वर्षीय आकाश कुमार चौधरी 2019 से प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेल रहे हैं। अब तक उन्होंने 30 मैचों में 503 रन बनाए हैं, जिनमें यह पारी उनके करियर की सबसे यादगार पारी बन गई है।
आकाश की यह बल्लेबाजी सिर्फ रणजी ट्रॉफी ही नहीं बल्कि भारतीय घरेलू क्रिकेट इतिहास के सुनहरे पलों में शामिल हो गई है। अब देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले मैचों में उनका यह रिकॉर्ड कितने समय तक कायम रहता है।
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