जुबिली न्यूज डेस्क
नई दिल्ली, भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने एक बड़ा खुलासा करते हुए बताया है कि हाल ही में चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के पांच फाइटर जेट को मार गिराया है। इसके अलावा दुश्मन का एक और बड़ा एयरक्राफ्ट भी इस ऑपरेशन में नष्ट किया गया।
यह ऑपरेशन सीमावर्ती क्षेत्र में भारतीय हवाई क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए चलाया गया था। एयर चीफ मार्शल ने इस मिशन की सफलता का श्रेय भारत के आधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम S-400 को दिया।“S-400 ने निर्णायक भूमिका निभाई। इसके चलते पाकिस्तान के जेट्स को हमारे क्षेत्र में घुसने का मौका ही नहीं मिला। जैसे ही वे रडार पर आए, उन्हें निशाना बनाकर निष्क्रिय कर दिया गया,” – एयर चीफ मार्शल एपी सिंह
क्या है ऑपरेशन सिंदूर?
‘ऑपरेशन सिंदूर’ एक उच्च-स्तरीय एयर डिफेंस मिशन है, जिसे भारत ने हाल ही में पश्चिमी सीमा पर बढ़ते तनाव के मद्देनजर शुरू किया। इसका उद्देश्य संभावित हवाई खतरों को पहले ही चरण में नष्ट करना और भारतीय क्षेत्र की संप्रभुता की रक्षा करना है।
सूत्रों के अनुसार, यह ऑपरेशन गत सप्ताह रात के समय सक्रिय किया गया था जब दुश्मन के जेट्स ने भारत की हवाई सीमा के निकट उड़ान भरने की कोशिश की। इस पर भारतीय वायुसेना ने तेज प्रतिक्रिया दी और पांच फाइटर जेट्स को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया।
S-400: भारत की हवाई सुरक्षा का मजबूत कवच
S-400 ट्रायम्फ रूस से प्राप्त किया गया एक आधुनिक और लंबी दूरी की मिसाइल रक्षा प्रणाली है, जिसे भारत ने 2021 से चरणबद्ध रूप से तैनात करना शुरू किया था। यह प्रणाली:
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600 किलोमीटर तक के क्षेत्र में हवाई खतरों को पहचानने में सक्षम है।
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एक साथ 36 लक्ष्यों को ट्रैक कर सकती है।
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400 किमी तक की दूरी से लक्ष्य को भेद सकती है।
एयर चीफ ने कहा कि S-400 की उपस्थिति से भारत की वायु सीमाएं अब कहीं अधिक सुरक्षित और प्रतिक्रिया-सक्षम हो चुकी हैं।
पाकिस्तान की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं
भारतीय वायुसेना द्वारा की गई इस कार्रवाई पर अभी तक पाकिस्तानी वायुसेना या सरकार की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। हालांकि सुरक्षा विश्लेषकों का मानना है कि यह ऑपरेशन भविष्य में हवाई क्षेत्र में किसी भी प्रकार की घुसपैठ की संभावनाओं पर रोक लगा सकता है।
भारत का संदेश स्पष्ट: राष्ट्रीय सुरक्षा से कोई समझौता नहीं
इस पूरे घटनाक्रम से यह साफ है कि भारत अब अपनी हवाई संप्रभुता पर किसी भी प्रकार की चुनौती का सीधा और तेज जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता ने भारतीय वायुसेना की रणनीतिक क्षमता और तैयारियों को एक बार फिर से साबित कर दिया है।