जुबिली न्यूज डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) से डॉक्टरों के इस्तीफे का सिलसिला लगातार बढ़ता जा रहा है। अब एक साथ चार और डॉक्टरों ने नौकरी छोड़ दी है। खास बात यह है कि इन डॉक्टरों ने नोटिस पीरियड पूरा करने के बजाय 3 महीने का वेतन जमा कर सीधे इस्तीफा दे दिया। प्रशासन ने औपचारिकता पूरी कर उन्हें रिलीव कर दिया है।
किन डॉक्टरों ने दिया इस्तीफा?
इस बार इस्तीफा देने वालों में अलग-अलग विभागों के डॉक्टर शामिल हैं—
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मनोरोग विभाग – डॉ. मनु अग्रवाल
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एनेस्थीसिया विभाग – डॉ. तन्वी भार्गव
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प्लास्टिक सर्जरी विभाग – डॉ. अशोक कुमार गुप्ता
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कार्डियक एनेस्थीसिया विभाग – डॉ. करण कौशिक
अब तक दर्जनभर से ज्यादा डॉक्टर छोड़ चुके KGMU
सूत्रों के अनुसार, पिछले कुछ महीनों में दर्जनभर से ज्यादा डॉक्टर KGMU छोड़कर निजी अस्पतालों में जा चुके हैं। मेडिकल जगत में इसे लेकर गंभीर चिंता जताई जा रही है, क्योंकि केजीएमयू जैसे बड़े संस्थान से अनुभवी डॉक्टरों का जाना सीधे तौर पर मरीजों की सेवाओं को प्रभावित करता है।
क्यों छोड़ रहे हैं डॉक्टर KGMU?
निजी अस्पतालों में मिलने वाले मोटे पैकेज और बेहतर सुविधाएं इसकी मुख्य वजह मानी जा रही हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि सरकारी संस्थानों में कार्यभार अधिक और वेतन अपेक्षाकृत कम होने की वजह से डॉक्टर तेजी से प्राइवेट सेक्टर की ओर आकर्षित हो रहे हैं।
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प्रशासन क्या कहता है?
KGMU प्रशासन का कहना है कि डॉक्टरों ने निर्धारित नियम के तहत तीन महीने का वेतन जमा कर इस्तीफा दिया है, इसलिए उन्हें रिलीव कर दिया गया। हालांकि प्रशासन ने इस पर चिंता जताते हुए कहा कि जल्द ही रिक्त पदों को भरने के लिए प्रक्रिया तेज की जाएगी।