प्रमुख संवाददाता
लखनऊ. कोरोना महामारी के मद्देनज़र 40 दिन से चल रहे लॉक डाउन की वजह से अर्थव्यवस्था की गाड़ी पटरी से उतर चुकी है. इस गाड़ी को दोबारा से पटरी पर लाने के लिए सरकार ने शराब की दुकानें खोलने का फैसला किया है. आबकारी विभाग के अनुसार उत्तर प्रदेश में 4 मई से 26 हज़ार शराब की दुकानें खोल दी गई हैं. आबकारी विभाग को अनुमार है कि इन शराब की दुकानों से सरकार को लगभग 100 करोड़ रुपये का राजस्व मिलेगा.

सरकार ने 3 मई को शराब की दुकानें खोलने का एलान करते हुए पुलिस व प्रशासन को आगाह कर दिया था कि शराब की दुकानों के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह से पालन कराया जाए. किसी भी दूकान पर 5 से ज्यादा लोग न जमा हों. सुबह 10 बजे से शाम 7 बजे तक इन दुकानों को खोलने की अनुमति दी गई है.
शराब की दुकानें खुलने के फ़ौरन बाद सारी व्यवस्था ध्वस्त होती नज़र आयी. लोग इन दुकानों पर दुकान खुलने से पहले ही जमा हो गए थे. दुकान खुली तो लोगों ने शराब की कई-कई बोतलें खरीदने शुरू कर दीं. इससे लाइन में अफरा-तफरी मच गई. लोगों को लगा कि कहीं उनका नंबर आते-आते शराब खत्म ही न हो जाए.

प्रमुख सचिव आबकारी संजय भूस रेड्डी ने शराब की दुकानें खुलने के बाद अधिकारियों के साथ महानगर, अलीगंज और इंदिरानगर की शराब की दुकानों का निरीक्षण किया और लोगों सामाजिक दूरी के लिए सचेत भी किया. श्री भूस रेड्डी ने कहा कि आज पहले दिन आबकारी विभाग को 100 करोड़ राजस्व मिलने का अनुमान है.
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