बिज़नेस डेस्क। फरवरी माह में महंगाई दर में एक बार फिर से बढ़ोतरी देखने को मिली और यह तीन माह के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई। इसके साथ ही औद्योगिक उत्पादन दर में कमी देखने हो गई। फरवरी में खुदरा महंगाई बढ़कर 2.57 फीसदी पर पहुंच गई। जनवरी में यह 1.97 फीसदी थी। औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर जनवरी में घटकर 1.7 प्रतिशत पर हो गई थी। एक साल पहले समान महीने में यह 7.5 फीसदी थी।

दिसंबर के मुकाबले जनवरी माह में खुदरा महंगाई दर अपने अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है। सरकार द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक जनवरी में खुदरा महंगाई दर 2.05 फीसदी रही। दिसंबर माह में खुदरा महंगाई दर 2.19 फीसदी रही, जो कि नवंबर महीने में 2.33 फीसदी थी। वहीं आईआईपी इस दौरान 2.4 फीसदी रही।
थोक महंगाई दर में भी हुई थी कमी
थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित मुद्रास्फीति दिसंबर में आठ महीने के निचले स्तर पर जाकर 3.80 फीसदी रही थी। इसकी वजह ईंधन और खाद्य पदार्थों की कीमतें कम होना रहा है। नवंबर में थोक मुद्रास्फीति 4.64 फीसदी थी, जबकि दिसंबर 2017 में यह 3.58 फीसदी थी।
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