जुबिली स्पेशल डेस्क
कीव: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने संकेत दिया है कि रूस के साथ चल रहे युद्ध के समाप्त होने के बाद वे सत्ता से हट जाएंगे और दोबारा राष्ट्रपति चुनाव नहीं लड़ेंगे। एक इंटरव्यू में उन्होंने साफ कहा कि उनका मकसद युद्ध को खत्म करना है और जैसे ही यह लक्ष्य पूरा होगा, वे पद से पीछे हट जाएंगे।
जेलेंस्की ने कहा, “मैंने अपने देश की सेवा इतिहास के सबसे कठिन दौर में की है। अब यह समय है कि मैं पद छोड़ दूं और नए नेतृत्व को मौका मिले।”
सर्वे में जालुजनी आगे
हाल ही में कराए गए एक जनमत सर्वे में यूक्रेनी सेना के पूर्व कमांडर-इन-चीफ वालेरी जालुजनी को जेलेंस्की से अधिक समर्थन मिलता दिखा। सर्वे में शामिल 35% लोगों ने जालुजनी का नाम चुना, जबकि 25% प्रतिभागियों ने जेलेंस्की के पक्ष में राय दी। हालांकि राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मौजूदा परिस्थितियों में जेलेंस्की चुनाव लड़ते तो उनके जीतने की संभावना अधिक रहती।
कार्यकाल खत्म लेकिन चुनाव टले
जेलेंस्की का कार्यकाल 20 मई 2024 को समाप्त हो चुका है। लेकिन युद्ध और मार्शल लॉ लागू होने की वजह से चुनाव कराना संभव नहीं हो पाया। यूक्रेन के संविधान के अनुच्छेद 108 के तहत मौजूदा राष्ट्रपति तब तक पद पर बने रहते हैं जब तक कि नया राष्ट्रपति शपथ नहीं ले लेता।
सूत्रों के मुताबिक, यूक्रेनी सरकार आगामी चुनाव की तैयारियों में जुटी है, हालांकि तारीख का ऐलान अभी नहीं किया गया है।
ट्रंप का हमला
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जेलेंस्की को “बिना चुनाव वाला तानाशाह” करार दिया था। इसके अलावा, उन पर भ्रष्टाचार-रोधी कानूनों को कमजोर करने और निगरानी एजेंसियों की शक्तियों को घटाने के आरोप भी लग रहे हैं, जिससे नागरिकों में असंतोष बढ़ा है।
यह फैसला यूक्रेन की राजनीति में बड़ा मोड़ साबित हो सकता है, खासकर ऐसे समय में जब रूस के साथ युद्ध का कोई ठोस समाधान नजर नहीं आ रहा है।