- एशिया कप 2025: गिल-जायसवाल के साथ रिंकू सिंह की भी बढ़ी चिंता
- सेलेक्शन पर मंडरा रहा खतरा
जुबिली स्पेशल डेस्क
टीम इंडिया के लिए किसी भी बड़ी सीरीज या टूर्नामेंट का सेलेक्शन हमेशा चर्चा का विषय बन जाता है। एशिया कप 2025 जैसे अहम टी20 टूर्नामेंट में तो बहस और भी तेज हो जाती है क्योंकि स्क्वॉड में सिर्फ 15 खिलाड़ियों को ही जगह मिलनी है।
इस बार भी ध्यान शुभमन गिल, श्रेयस अय्यर और यशस्वी जायसवाल जैसे बड़े नामों पर है, लेकिन इनके बीच विस्फोटक बल्लेबाज रिंकू सिंह का चयन भी मुश्किल में फंसता नजर आ रहा है।
गिल-जायसवाल के साथ रिंकू की भी टेंशन
9 से 28 सितंबर के बीच UAE में होने वाले इस टूर्नामेंट के लिए टीम का ऐलान 19 या 20 अगस्त को संभव है। गिल और जायसवाल पिछले एक साल से टी20 इंटरनेशनल नहीं खेले हैं, क्योंकि वे टेस्ट क्रिकेट में व्यस्त रहे।
इस बीच अभिषेक शर्मा, संजू सैमसन और तिलक वर्मा जैसे खिलाड़ी टी20 टीम में मजबूत दावेदार बन गए हैं। ऐसे में गिल और जायसवाल का सेलेक्शन अधर में है, लेकिन रिंकू सिंह की राह भी आसान नहीं है।
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, रिंकू को एशिया कप से बाहर होना पड़ सकता है। टी20 वर्ल्ड कप 2024 के बाद मिडिल ऑर्डर में सूर्यकुमार यादव और हार्दिक पंड्या के साथ शिवम दुबे और नीतीश कुमार रेड्डी जैसे खिलाड़ियों ने जगह बना ली है। नीतीश के चोटिल होने के बावजूद वॉशिंगटन सुंदर का नाम दावेदारों में शामिल है, जिससे रिंकू के लिए मुश्किलें और बढ़ रही हैं।
गंभीर की रणनीति बनी बाधा
नए हेड कोच गौतम गंभीर का फोकस ऐसे खिलाड़ियों पर है जो बैटिंग के साथ बॉलिंग भी कर सकें। इंग्लैंड टेस्ट सीरीज में 3-3 ऑलराउंडर चुनने की रणनीति उसी सोच का हिस्सा थी। टी20 में हार्दिक, शिवम और सुंदर जैसे ऑलराउंडर्स के सामने रिंकू, जो मुख्य रूप से सिर्फ बल्लेबाज हैं, कमजोर दावेदार बन जाते हैं। यदि फिनिशर के तौर पर जितेश शर्मा को शामिल किया गया तो वे बैकअप विकेटकीपर की भूमिका भी निभा सकते हैं, जो रिंकू के लिए एक और झटका है।
IPL में सीमित मौके बने वजह
IPL 2023 में कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए शानदार प्रदर्शन करने के बाद रिंकू ने टीम इंडिया में डेब्यू किया था। उन्होंने अब तक 33 टी20 इंटरनेशनल में 42 की औसत और 161 के स्ट्राइक रेट से 546 रन बनाए हैं।
बावजूद इसके, पिछले दो IPL सीजन में उन्हें कम बैटिंग अवसर मिले और वे 300 गेंदें भी नहीं खेल पाए। निचले क्रम में आंद्रे रसेल से नीचे खेलने के कारण वे अपनी फिनिशिंग क्षमता पूरी तरह दिखा नहीं सके। यही वजह है कि एशिया कप में उनकी जगह पक्की नहीं मानी जा रही।