जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ लखनऊ (सीएएल) के आगामी चुनाव को लेकर पारदर्शिता की कमी और निर्णयों में स्पष्टता न होने के कारण शहर के विभिन्न क्रिकेट क्लबों में भारी असंतोष देखा जा रहा है। क्लब प्रतिनिधियों ने चुनाव प्रक्रिया को लेकर चुनाव अधिकारी की भूमिका पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
कार्यकारिणी की सूची में अवैध बढ़ोत्तरी का आरोप
क्लबों की ओर से आरोप लगाया गया कि कार्यकारिणी के सदस्यों की संख्या को अवैध रूप से बढ़ाया गया है। एलसीए अकादमी के सचिव अर्शी रजा ने बताया कि चुनाव अधिकारी से इस संबंध में जवाब मांगा गया, लेकिन उन्होंने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि उन्हें जो सूची मिली है, उन्होंने वही जारी की है।
बैलेट पेपर से चुनाव की मांग को लेकर भी असंतोष
लखनऊ क्रिकेट डेवलपमेंट काउंसिल के सचिव मधुकर मोहन ने बताया कि 50 से अधिक क्लबों द्वारा चुनाव बैलेट पेपर से कराए जाने की मांग की गई थी। यह मांग व्यक्तिगत रूप से और ईमेल के माध्यम से चुनाव अधिकारी तक पहुंचाई गई। लेकिन चुनाव अधिकारी का जवाब रहा कि “इस संबंध में निर्णय लेना मेरे हाथ में नहीं है, मुझे जैसा निर्देश मिलेगा, मैं वैसा ही करूंगा।”
बैठक में क्लब प्रतिनिधियों ने जताई नाराजगी
गुरुवार को गोमती नगर स्थित एक रेस्टोरेंट में विभिन्न क्लबों की एक बैठक हुई, जिसमें बड़ी संख्या में प्रतिनिधि शामिल हुए। बैठक में निर्णय लिया गया कि चुनाव अधिकारी की निष्पक्षता पर सवाल उठते हैं, और यदि पारदर्शी प्रक्रिया नहीं अपनाई गई तो इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा।
प्रतिनिधियों ने यह भी आरोप लगाया कि चुनाव अधिकारी, संघ प्रबंधन के इशारों पर कार्य कर रहे हैं और क्लबों की मांगों को अनदेखा किया जा रहा है।