जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। 2 जुलाई को हाथरस में हुई भगदड़ का मामला लगातार सुर्खियों में है। जहां एक और सुबह के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने साफ कर दिया है कि इस मामले में दोषियों को बक्सा नहीं जाएगा।
अभी तक मुख्य आरोपी मधुकर पुलिस के गिरफ्त में है। दूसरी तरफ विपक्ष के नेता राहुल गांधी हाल में ही पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर चुके हैं।
इतना ही नहीं उन्होंने योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिखकर मुहावरे की रकम को बढ़ाने का आग्रह किया है।
ऐसे में राजनीतिक दलों के बढ़ते दबाव के बीच में योगी आदित्यनाथ कोई कड़ा फैसला ले सकते हैं। उधर हाथरस भगदड़ मामले में गठित एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट दे दी है।
एसआईटी ने डीएम हाथरस आशीष कुमार और एसपी निपुण अग्रवाल से लेकर सत्संग की अनुमति देने वाले एसडीएम और सीओ सिकंदराराऊ, 2 जुलाई सत्संग की ड्यूटी में लगे पुलिस कर्मियों के बयान भी दर्ज किए गए। इतना ही नहीं मृतकों के परिवारों का बयान भी लिया गया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि सत्संग आयोजित करने वाली कमेटी के द्वारा अनुमति से अधिक लोगों के बुलाने, ना काफी इंतजाम के साथ-साथ अनुमति देने के बावजूद के बाद मौके पर अफसरों के द्वारा मुआयना नहीं करने को घटना का जिम्मेदार बताया गया है। अब तक इस मामले में तीन लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
बता दे की हाथरस में सत्संग के दौरान भोले बाबा के कार्यक्रम में भगदड़ मत जाने से 122 लोगों की मौत हो गई थी जबकि कई लोग घायल हो गए थे। घटना के बाद से ही बाबा फरार थे और हाल ही में वह मीडिया के सामने आकर दुख व्यक्त किया था।
अब एसआईटी रिपोर्ट में जो कुछ भी कहा गया है उसके बाद देखना पड़ेगा कि क्या यूपी सरकार इस पर एक्शन लेती है या नहीं?
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