जुबिली न्यूज डेस्क
नई दिल्ली – आतंकवाद के खिलाफ भारत की “जीरो टॉलरेंस” नीति को वैश्विक मंच पर मजबूती से रखने के लिए केंद्र सरकार ने सांसदों के एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल की घोषणा की है। यह प्रतिनिधिमंडल 23-24 मई से विभिन्न देशों का दौरा करेगा और भारत का पक्ष रखेगा। इस मिशन को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया है।
प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस सांसद शशि थरूर, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) की सांसद सुप्रिया सुले, भाजपा के रविशंकर प्रसाद और बैजयंत पांडा, जेडीयू के संजय कुमार झा, डीएमके की कनीमोई करुणानिधि और शिवसेना के श्रीकांत शिंदे को शामिल किया गया है। इसकी घोषणा संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने की।
सुप्रिया सुले ने क्या कहा?
प्रतिनिधिमंडल में शामिल होने पर प्रतिक्रिया देते हुए सुप्रिया सुले ने बताया,“कल केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू जी का फोन आया और उन्होंने मुझे कमेटी का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित किया। मैंने तुरंत सहमति दे दी क्योंकि जब बात देश की हो, तो हम सब एक हैं।”
उन्होंने बताया कि हर टीम में 5 सदस्य होंगे और अगले 10 दिनों में ये टीमें 5 से 8 देशों का दौरा करेंगी।“हमारा मिशन भारत की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति को पूरी दुनिया के सामने रखना है। मैं अपने क्षेत्र बारामती की जनता के निरंतर समर्थन के लिए आभारी हूं।”
शशि थरूर बोले – ‘राष्ट्रहित में कभी पीछे नहीं हटूंगा’
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने प्रतिनिधिमंडल में शामिल होने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा,“जब भी राष्ट्रहित की बात होगी और मेरी सेवाओं की आवश्यकता होगी, मैं पीछे नहीं हटूंगा।”उन्होंने कहा कि वे पांच प्रमुख देशों की राजधानियों में भारत का पक्ष रखने वाले इस सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे।
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पाकिस्तान को बेनकाब करने की तैयारी
भारत सरकार की इस पहल का मुख्य उद्देश्य है – पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद को समर्थन देने की सच्चाई को वैश्विक मंच पर उजागर करना। प्रतिनिधिमंडल संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों और अन्य प्रमुख सहयोगियों से बातचीत करेगा और भारत की नीति व साक्ष्य पेश करेगा।