जुबिली स्पेशल डेस्क
इजरायली और हमास के बीच जोरदार जंग जारी है। दोनों के बीच अब आर-पार की लड़ाई हो रही है। अब इजरायली आर्मी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट कर बड़ा दावा किया है।
उन्होंने अपने दावे में कहा है कि अस्पताल के बेसमेंट में हमास ने अपने हथियार जमा किए थे और वहां की स्थिति को देखकर ये भी लग रहा है कि जैसे हमास ने यहां बंधकों को भी रखा हो।
हाल में ही इस बारे में इजरायली सेना के प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने बड़ा दावा करते हुए विस्तार से बताया था कि सैनिकों को गाजा के रैनटिसी अस्पताल के बेसमेंट में हमास लड़ाकों द्वारा रखे गए हथगोले, आत्मघाती जैकेट और अन्य विस्फोटकों समेत अन्य हथियारों के साथ एक कमांड सेंटर मिला था। उन्होंने इस अस्पातल को लेकर कहा कि ये कैसर का इलाज करने वाला बच्चों का अस्पताल है।

दूसरी तरफ अल-शिफा अस्पताल भी काफी सुर्खियों में है। दरअसल ये शहर का सबसे बड़ा अस्पताल माना जाता है। इसमें सैकड़ों लोग अपना इलाज कराने के लिए आते हैं। इस जंग के चलते लोग वहीं पर मौजूद है और . बमबारी की वजह से बड़ी संख्या में अस्पताल परिसर में लोगों ने शरण लिया हुआ है।
इसी अस्पताल को लेकर इजराइल का दावा है कि यहां हमास का कमांड सेंटर है. हमास ने इससे इनकार किया और दावों को निराधार और झूठा करार दिया है। संगठन ने इजराइल पर झूठा माहौल बनाने, मनगढ़ंत कहानी गढऩे और अस्पताल के बारे में फर्जी खबरें फैलाने का आरोप लगाया।
इस बीच इजरायल-हमास जंग के बीच गाजा के अस्पतालों वाले इलाके में इस वक्त जोरदार जंग देखने को मिल रही है लेकिन इस दौरान दर्जनों बच्चे समेत आम लोगों की जिंदगी खतरे में जरूर पड़ गई है।
ईंधन सप्लाई रुकने की वजह से गाजा के सबसे बड़े अस्पताल अल शिफा की आईसीयू में भर्ती तीन बच्चों ने दम तोड़ दिया है। डॉक्टरों की माने तो ईंधन सप्लाई आगे भी नहीं मिला तो 30 प्रीमेच्योर बच्चों की जानें जा सकती हैं।
इजरायल की सेना के प्रवक्ता ने बीबीसी से कहा कि अल शिफा अस्पताल में समय से पहले जन्मे बच्चों की जान बचाने के लिए ईंधन की तत्काल आवश्यकता थी, उसे हमास ने लेने से मना कर दिया। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, रात के करीब 9 बजे इजरायल की सुरक्षा एजेंसी ने दावा किया कि हमास ने अस्पताल से रॉकेट दागे।
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