जुबिली स्पेशल डेस्क
तेल अवीव। दुनिया के कई हिस्सों में इस समय तनाव गहराता जा रहा है। कई देश आपस में युद्ध जैसी स्थिति में हैं। इन दिनों ईरान और इज़राइल के बीच खुली जंग देखने को मिल रही है। मध्य पूर्व (मिडिल ईस्ट) एक बड़े संघर्ष की ओर बढ़ रहा है।
सबसे पहले इज़राइल ने ईरान पर बड़ा हमला करते हुए उसके कई शीर्ष अधिकारियों और कमांडरों को मार गिराया। इसके जवाब में, बीती रात ईरान ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी।
अब पूरी दुनिया की निगाहें इस क्षेत्र पर टिकी हुई हैं। हालात ऐसे हैं कि दोनों ही देश एक-दूसरे को दुनिया के नक्शे से मिटा देने की धमकियाँ दे रहे हैं।
बताया जा रहा है कि शुक्रवार सुबह से ही इज़राइल के हमले जारी हैं। इन हमलों में इज़राइल ने ईरान के कई परमाणु और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया। इन हमलों में ईरान के शीर्ष जनरलों और वैज्ञानिकों की मौत हुई है। अब तक की जानकारी के अनुसार, इज़राइली हमलों में ईरान में 78 लोगों की मौत हुई है, जबकि 320 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
इसके बाद ईरान ने शुक्रवार देर रात इज़राइल पर जवाबी कार्रवाई करते हुए कई बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं। इन हमलों के चलते यरुशलम और तेल अवीव के आसमान में तेज़ धमाके हुए, जिससे कई इमारतें तक हिल गईं।
हमलों के दूसरे दौर में, शनिवार सुबह यरुशलम के आसमान में सायरनों और धमाकों की आवाज़ें गूंजती रहीं। हालात की गंभीरता को देखते हुए इज़रायली सेना ने नागरिकों से अपील की है कि वे सुरक्षित स्थानों या बंकरों में शरण लें। ईरान ने भी 150 बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं, जिनमें से 6 सीधे तेल अवीव के दिल में आ गिरीं।
ईरान द्वारा किए गए दूसरे दिन के हमलों में घायल हुए सात लोगों का इलाज तेल अवीव के एक अस्पताल में किया गया, जिनमें से एक की हालत गंभीर बताई गई है।
इज़रायली अग्निशमन और बचाव सेवाओं ने बताया कि एक प्रक्षेपास्त्र के इमारत से टकराने के कारण ये घायल हुए।
वहीं, इज़रायली स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, तेल अवीव में हुई बमबारी के चलते कुल 34 लोग घायल हुए हैं, जिनमें एक महिला भी शामिल है।