जुबिली न्यूज डेस्क
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में मंगलवार दोपहर बादल फटने (Cloudburst in Uttarkashi) से भारी तबाही मच गई। खीर गंगा नदी में आए सैलाब में अब तक 4 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 50 से अधिक लोग अभी भी लापता हैं। प्रशासन द्वारा तेजी से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है, जिसमें अब तक 138 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है।
सीएम धामी मौके पर पहुंचे
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बुधवार सुबह उत्तरकाशी पहुंचे और राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने कहा, “बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। प्रभावितों को शीघ्र सहायता दी जा रही है।” उन्होंने बताया कि कई क्षेत्रों से संपर्क टूट गया है और बिजली व्यवस्था भी बाधित हुई है, जिसे बहाल करने की कोशिश जारी है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी राज्य सरकार को केंद्र की ओर से हरसंभव सहायता का भरोसा दिया है।
NDRF, SDRF और सेना का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
आपदा राहत कार्यों के लिए विशेष फोर्स की तैनाती की गई है:
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2 आईजी, 3 एसपी, 1 कमांडेंट, 11 डिप्टी एसपी और 300 से अधिक पुलिसकर्मी राहत कार्य में जुटे हैं।
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NDRF, SDRF, ITBP और भारतीय सेना की टीम लगातार मलबा हटाने और लोगों को निकालने का काम कर रही है।
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सेना के हेलीकॉप्टरों की मदद से भी रेस्क्यू चल रहा है।
मौसम बना सबसे बड़ी चुनौती, कई इलाके संपर्कविहीन
उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश राहत कार्यों में बाधा बन रही है। हेलीकॉप्टर उड़ान में भी मुश्किलें आ रही हैं। हर्षिल और सूखी टॉप जैसे इलाकों में भी बादल फटने की खबरें हैं। वहां से 130 लोगों का रेस्क्यू किया गया है, जबकि 9 जवान अभी लापता हैं।
मौसम विभाग ने 7 जिलों – नैनीताल, चंपावत, उधम सिंह नगर, बागेश्वर, पौड़ी, टिहरी, हरिद्वार और देहरादून में ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है।
34 सेकेंड में तबाह हुआ धराली गांव, 25 होटल-होमस्टे बहने की आशंका
स्थानीय लोगों के मुताबिक, मंगलवार दोपहर 1:45 बजे के आसपास बादल फटने के बाद 34 सेकेंड के भीतर पूरा गांव पानी और मलबे में डूब गया।
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20 से 25 होटल और होमस्टे बहने की आशंका जताई गई है।
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10 से 12 लोग मलबे में दबे हो सकते हैं।
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धराली गांव गंगोत्री धाम से 20 किमी पहले पड़ता है, जो यात्रियों का प्रमुख पड़ाव है।
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बाजार का बड़ा हिस्सा बाढ़ में बह गया है।
भूस्खलन और टूटे रास्ते से बचाव कार्यों में दिक्कत
बाढ़ के साथ-साथ भूस्खलन और टूटी सड़कों की वजह से राहत टीमों को घटनास्थल तक पहुंचने में भारी परेशानी हो रही है। कई जगहों पर रास्ते बंद हो गए हैं जिससे समय पर मदद पहुंचने में देरी हो रही है।
शव खोजी कुत्तों की टीम भी मौके पर रवाना
राहत कार्यों को तेज़ करने के लिए ADRF ने शव खोजी कुत्तों की पहली टीम भेजने का फैसला लिया है। इन कुत्तों को दिल्ली से हवाई मार्ग से उत्तराखंड लाया जा रहा है। इसके अलावा, ADRF की तीन टीमें पहले से मौके पर मौजूद हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए दर्दनाक वीडियो
धराली गांव की तबाही के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिनमें देखा जा सकता है कि कैसे लोग अचानक आए सैलाब से घबराकर चिल्ला रहे हैं। एक वीडियो में तो किसी की आवाज़ सुनाई देती है – “सब कुछ खत्म हो गया है।”