जुबिली स्पेशल डेस्क
मुंबई। महाराष्ट्र सीएम एकनाथ शिंदे जरूर बन गए है लेकिन शिवसेना सु्प्रीमो उद्धव ठाकरे उनको छोडऩे के मुड में नहीं है। उद्धव ने शिंद के खिलाफ एक और बड़ा एक्शन लिया है।
सु्प्रीमो उद्धव ठाकरे ने बड़ी कार्रवाई करतेक हुए शिंदे को पार्टी नेता पद से हटा दिया है। उद्धव ठाकरे ने बयान जारी करते हुए कहा कि शिंदे अब शिवसेना के नेता नहीं है। उन पर पार्टी से बगावत करने का आरोप है।
पार्टी द्वारा जारी एक पत्र में, शिवसेना सुप्रीमो ठाकरे ने कहा कि मुख्यमंत्री पद के लिए शिंदे पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहे हैं और उन्होंने स्वेच्छा से अपनी सदस्यता छोड़ दी है।
उद्धव ठाकरे द्वारा हस्ताक्षरित पत्र में कहा गया है, शिवसेना पक्ष प्रमुख के रूप में निहित शक्तियों का प्रयोग करते हुए मैं आपको पार्टी संगठन में शिवसेना नेता के पद से हटाता हूं।

महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे जो चाहते थे वो हो गया है और वो महाराष्ट्र के नये सीएम बन गए है लेकिन शिवसेना भी इतनी आसानी से हार नहीं मानने वाली है। भले ही शवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री बन गए हो लेकिन अब पाट्री उनके खिलाफ बड़ कदम उठाने जा रही है।
बता दे कि शिवसेना के चीफ व्हिप सुनील प्रभु ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर एकनाथ शिंदे और उनके समर्थक 15 विधायकों के सदन में घुसने पर रोक लगाने की मांग की है।
शिवसेना का कहना है कि इन इन विधायकों को मिले अयोग्यता के नोटिस पर अभी कोई निणर्य नहीं हुआ इसलिए उनको विधान सभा में जाने की इजाजत नहीं दी जा सकती है।
एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है जबकि देंवेंद्र फडणवीस को उप मुख्यंमत्री बनाया गया है। हालांकि पहले ये खबर आ रही थी कि नई सरकार में देंवेंद्र फडणवीस शामिल नहीं होंगे लेकिन अब वो उपमुख्यमंत्री बनाये गए थे ।
वहीं जेपी नड्डा ने खुद मीडिया के सामने आकर कहा कि पार्टी चाहती है कि वह उपमुख्यमंत्री बनें। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने एकनाथ शिंदे को पद और गोपनीयता की शपथ दिलायी। शिंदे ने मराठी में शपथ ली थी ।
उधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देवेंद्र फडणवीस को महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम के रूप में शपथ लेने पर बधाई थी. पीएम ने कहा कि देवेंद्र फडणवीस हर भाजपा कार्यकर्ता के लिए प्रेरणा हैं।
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