जुबिली स्पेशल डेस्क
न्यूयॉर्क/नई दिल्ली. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) 2025 के 80वें सत्र को संबोधित करते हुए बड़ा बयान दिया। ट्रंप ने आरोप लगाया कि भारत और चीन, यूक्रेन युद्ध के लिए रूस को फंडिंग कर रहे हैं।
भारत-चीन पर ट्रंप का निशाना
अपने संबोधन में ट्रंप ने कहा कि चीन और भारत दोनों देश रूसी तेल खरीदकर इस युद्ध को फंडिंग करने वाले मुख्य देश हैं। ट्रंप प्रशासन ने इसी आधार पर भारत पर रूसी तेल आयात पर 25% अतिरिक्त शुल्क लगा दिया है। इससे भारत पर अमेरिका की ओर से लगाया गया कुल शुल्क 50% तक पहुंच गया, जो ट्रंप के अनुसार दुनिया में सबसे ज्यादा है।
भारत की कड़ी प्रतिक्रिया
भारत ने अमेरिका के इस कदम को अनुचित बताया है। विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया कि भारत एक बड़ी अर्थव्यवस्था है और अपने राष्ट्रीय व आर्थिक हितों की रक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाता रहेगा।
संयुक्त राष्ट्र पर भी बरसे ट्रंप
ट्रंप ने अपने भाषण की शुरुआत अमेरिका की “सबसे बड़ी उपलब्धियों” का ज़िक्र करते हुए की। इसके बाद उन्होंने संयुक्त राष्ट्र को भी आड़े हाथों लिया। ट्रंप ने कहा कि UN ने उनकी विदेश नीति को आगे बढ़ाने में कोई मदद नहीं की। इतना ही नहीं, उन्होंने आरोप लगाया कि संयुक्त राष्ट्र अवैध प्रवासियों को बढ़ावा दे रहा है, जबकि उसका काम उन्हें रोकना होना चाहिए।
ईरान और परमाणु हथियारों का मुद्दा
ट्रंप ने अपने संबोधन में ईरान युद्ध का भी ज़िक्र किया। उन्होंने कहा कि “ऑपरेशन मिडनाइट हैमर” के जरिए अमेरिका ने ईरान के परमाणु संयंत्रों को तबाह कर दिया। ट्रंप ने स्पष्ट कहा –
“किसी भी खतरनाक देश के पास परमाणु हथियार नहीं होने चाहिए। अमेरिका ने यह साबित किया है कि ऐसे ऑपरेशन और कोई नहीं कर सकता।”
ट्रंप का दूसरा कार्यकाल और UNGA
यह पहला मौका है जब डोनाल्ड ट्रंप ने अपने दूसरे कार्यकाल में UNGA को संबोधित किया। उन्होंने आखिरी बार 2020 में महासभा में भाषण दिया था। इस बार उनका फोकस रूस-यूक्रेन युद्ध, भारत-चीन की भूमिका और अमेरिका की विदेश नीति पर रहा।