जुबिली न्यूज डेस्क
राजस्थान के दौसा जिले में कांग्रेस विधायक दीन दयाल बैरवा इन दिनों चोरों के निशाने पर हैं। एक महीने में तीन बार चोरियां – पहले मोबाइल, फिर मोटरसाइकिल और अब ट्रैक्टर-ट्रॉली।जी हां, ये कोई फिल्मी सीन नहीं, बल्कि एक निर्वाचित विधायक की हकीकत है।
11 जून से शुरू हुई ‘चोरी कथा’
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सबकुछ शुरू हुआ 11 जून को, जब विधायक पूर्व केंद्रीय मंत्री राजेश पायलट की पुण्यतिथि में शामिल होने पहुंचे — और वहां से उनका मोबाइल फोन चोरी हो गया।
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इसके कुछ दिन बाद, उनके घर से बाइक गायब हो गई। उस वक्त कैमरा बंद था, कंस्ट्रक्शन का बहाना भी रहा।
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अब रविवार रात, विधायक की ट्रैक्टर-ट्रॉली तक चोरी हो गई।
विधायक का सवाल: अगर मेरे साथ ऐसा हो रहा है
दीन दयाल बैरवा ने कहा कि ये चोरी सिर्फ सामान की नहीं, बल्कि सुरक्षा और भरोसे की भी है।“अगर एक विधायक के घर में बार-बार चोरी हो सकती है, तो आम जनता कितनी सुरक्षित है?”
पुलिस का जवाब – “FIR? हमें तो अब तक कोई जानकारी नहीं मिली…”
दौसा के एसपी सागर का कहना है कि उन्हें अभी ट्रैक्टर चोरी की कोई शिकायत नहीं मिली।
मोबाइल चोरी पर FIR दर्ज की गई है, बाकी मामलों में विधायक से बात की जा रही है।
कांग्रेस ने कानून-व्यवस्था पर उठाए सवाल
राज्य में बीजेपी सरकार पर कांग्रेस ने हमला बोला है। नेता प्रतिपक्ष टीका राम जूली बोले:“जब विधायक ही सुरक्षित नहीं, तो राजस्थान की जनता की सुरक्षा कौन करेगा?”उन्होंने सीधे मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा को घेरा, जो गृह विभाग भी संभालते हैं।
विधायक कौन हैं?
दीन दयाल बैरवा हाल ही में उपचुनाव में कांग्रेस से विधायक बने हैं। मुरारी लाल मीना के लोकसभा में जाने के बाद उन्होंने दौसा सीट से जीत दर्ज की थी।
अब क्या अगला निशाना ‘घर’ होगा? जनता पूछ रही है…
इस तरह की चोरियों से यह सवाल भी उठ रहा है – क्या विधायक का पूरा घर ही चोरों की लिस्ट में है?
राजनीतिक गलियारों में हलचल है, और जनता हैरान – “विधायक जी, अगली बार क्या चोरी होगा?”