जुबिली स्पेशल डेस्क
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के बीच ओवल ऑफिस में एक बैठक के दौरान काफी तीखी बहस हुई है। इतना नहीं दोनों के बीच हुई नोंक-झोंक को पूरी दुनिया ने टीवी पर देखी और अब रूस और यूक्रेन के बीच होने वाला शांति समझौता अब पूरी तरह से खटाई में पड़ा हुआ नजर आ रहा है।
अमेरिका की कोशिशों को जेलेंस्की ने एक झटके में खारिज कर दिया है और ट्रंप से इस मुद्दें पर जमकर बहस हुई है। व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की से मुलाकात हुई।
दोनों एक दूसरे का स्वागत कर रहे थे लेकिन जब रूस का मुद्दा उठा तो एकाएक माहौल खराब हो गया है और फिर दोनों में तीखी बहस हो गई। इस बीच पूरे घटनाक्रम पर यूरोपीय नेताओं की भी प्रतिक्रिया आई और यूरोपीय नेताओं ने खुलकर ज़ेलेंस्की के प्रति समर्थन जताया है।

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया रखते हुए रूस को घेरते हुए कहा है कि ‘रूस आक्रांता है, और यूक्रेन पीड़ित राष्ट्र है.’ उन्होंने यह भी कहा कि यूक्रेन अपनी गरिमा, स्वतंत्रता, अपने बच्चों और यूरोप की सुरक्षा के लिए लड़ रहा है। इसके अलावा जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज़ ने आश्वासन दिया कि यूक्रेन जर्मनी और यूरोप पर भरोसा कर सकता है। स्पेन और पोलैंड के प्रधानमंत्रियों ने भी ज़ेलेंस्की के प्रति एकजुटता व्यक्त करते हुए कहा,’आप अकेले नहीं है। ‘
यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने जवाब दिया, “आप कभी अकेले नहीं हैं, प्रिय राष्ट्रपति।” उन्होंने ट्वीट किया, कि आपकी गरिमा यूक्रेनी लोगों की बहादुरी का सम्मान करती है. मजबूत बनें, बहादुर बनें, निडर बनें। हम न्यायपूर्ण और स्थायी शांति के लिए आपके साथ काम करना जारी रखेंगे। ”
ट्रंप और ज़ेलेंस्की की बहस ने रूस-यूक्रेन शांति समझौते को बड़ा झटका दिया है। अब देखना होगा कि क्या बातचीत दोबारा पटरी पर आएगी या फिर युद्ध और लंबा खिंचेगा।
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