जुबिली न्यूज डेस्क
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने तमिलनाडु पुलिस को पत्र भेजकर नगर प्रशासन एवं जल आपूर्ति विभाग (MAWS) में भर्ती घोटाले का खुलासा किया है। ED के अनुसार, अगस्त 2025 में हुई 2,538 पदों की भर्ती में प्रत्येक उम्मीदवार से 25 से 35 लाख रुपये तक रिश्वत वसूली गई। नियुक्ति पत्र स्वयं मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने 6 अगस्त को सौंपे थे।

जांच के दौरान ED को यह मामला ट्रू वैल्यू होम्स (TVH) नाम की कंपनी से जुड़ा पाया गया, जो MAWS मंत्री केएन नेहरू के भाई एन. रविचंद्रन से संबंधित बताई जा रही है।
भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी
ED ने कहा कि भर्ती परीक्षा अन्ना यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित की गई थी। जांच में यह सामने आया कि कुछ प्रभावशाली राजनीतिक हस्तियों और उनके करीबियों ने परीक्षा में हस्तक्षेप कर कम से कम 150 उम्मीदवारों को फर्जी तरीके से पास कराया।
ED ने 232 पन्नों की रिपोर्ट तमिलनाडु पुलिस को सौंपी है। इस रिपोर्ट में पैसे की लेन-देन की प्रक्रिया, लाभार्थियों के नाम और फर्जी मेरिट की पूरी जानकारी शामिल है। एजेंसी ने पुलिस से कहा है कि वह इस मामले की आपराधिक जांच शुरू करे और अन्ना यूनिवर्सिटी के अधिकारियों की भूमिका भी जांचे।
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भर्ती प्रक्रिया का विवरण
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भर्ती प्रक्रिया शुरू: जनवरी 2024
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पद: असिस्टेंट इंजीनियर, जूनियर इंजीनियर, टाउन प्लानिंग ऑफिसर, सेनेटरी इंस्पेक्टर
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आवेदन: करीब 1.12 लाख उम्मीदवार
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नियुक्ति पत्र वितरण: अगस्त 2025
राजनीतिक प्रभाव
यह मामला तमिलनाडु की राजनीति में बड़ा विवाद खड़ा कर सकता है। यदि ED के आरोप सही पाए जाते हैं, तो यह राज्य का अब तक का सबसे बड़ा कैश-फॉर-जॉब्स भर्ती घोटाला साबित हो सकता है।
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