जुबिली स्पेशल डेस्क
बिहार सरकार में पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव पार्टी और परिवार से बेदखल होने के बाद से ही लगाातर सुर्खियों में है और अब पूरे मामले में लगातार बयान दे रहे हैं।
रविवार की सुबह उन्होंने पहला पोस्ट में कुछ जयचंदो की बात कर बिहार की सियासत में एक बार फिर भूचाल लाया। इसके बाद उन्होंने एक और पोस्ट किया है। इस पोस्ट में अपने भाई को तेजस्वी यादव को अर्जुन करार दिया है।
तेजप्रताप यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि मेरे अर्जुन से मुझे अलग करने का सपना देखने वालों ,तुम कभी अपनी साजिशों में सफल नहीं हो सकेगा।
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कृष्ण की सेना तो तुम ले सकते हो लेकिन खुद कृष्ण को नही। हर साजिश को जल्द बेनकाब करूंगा. बस मेरे भाई भरोसा रखना मैं हर परिस्थिति में तुम्हारे साथ हूं,फिलहाल दूर हूं लेकिन मेरा आशीर्वाद हमेशा तुम्हारे साथ था और रहेगा। मेरे भाई मम्मी पापा का ख्याल रखना,जयचंद हर जगह है अंदर भी और बाहर भी।
वहीं अब इस मामले में आरजेडी के एक वरिष्ठï नेता का एक बयान सामने आया। उनके बयान पर गौर करें तो पता चल रहा है कि वो तेज प्रताप यादव का समर्थन कर रहे हैं।
आरजेडी सांसद सुधाकर सिंह ने तेजप्रताप यादव का खुलकर बचाव किया है। गौरतलब है कि सुधाकर सिंह, पार्टी के वरिष्ठ नेता जगदानंद सिंह के पुत्र हैं। तेजप्रताप यादव और जगदानंद सिंह के बीच एक समय रिश्ते तनावपूर्ण रहे थे, लेकिन इसके बावजूद सुधाकर सिंह ने तेजप्रताप का समर्थन किया है।
मीडिया से बातचीत में सुधाकर सिंह ने कहा, “यह पूरी तरह से निजी मामला है। शादी करना कोई गुनाह नहीं है। हम डॉ. राम मनोहर लोहिया के विचारों को मानते हैं।
उनकी सप्त क्रांति में साफ कहा गया है कि जब तक किसी संबंध में बलात्कार या धोखा न हो, तब तक हर स्त्री और पुरुष के बीच का रिश्ता वैध माना जाता है। अगर तेजप्रताप जी ने शादी की है, जिसकी घोषणा वो खुद करेंगे, तो इसमें कोई अनैतिकता नहीं है।”सुधाकर सिंह ने लालू प्रसाद यादव से भी अपील करते हुए कहा, कि लालू जी को पिता के रूप में अपने बेटे के फैसले को स्वीकार करना चाहिए. यह किसी भी तरह से गुनाह की श्रेणी में नहीं आता है.