जुबिली स्पेशल डेस्क
लोकसभा चुनाव में अभी करीब-करीब दो साल का कम वक्त बचा है। लोक सभा चुनाव 2024 में होना है लेकिन राजनीतिक दलों ने इसकी तैयारी अभी से शुरू कर दी है। ऐसे में एक बार सिंतबर में होने वाला पार्टी अध्यक्ष के चुनाव के लिए पार्टी इस बार बड़ा बदलाव करने के मूड में है।
बीते कुछ दिनों कांग्रेस पार्टी को लेकर एक सवाल जहन में सबके हैैं कि कांग्रेस का नया अध्यक्ष कौन होगा। राहुल गांधी कांग्रेस के अध्यक्ष हो सकते हैं, ये कयास बीते कुछ महीनों से लगाया जा रहा है लेकिन अभी तक राहुल गांधी ने इस पर खुलकर बात नहीं की है।
कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद को लेकर तैयारी शुरू हो गई है। इसके लिए बेहद कम दिन का वक्त बचा है। हालांकि राहुल गांधी के चुनाव लडऩे को लेकर अभी तस्वीर साफ नहीं हो पायी है।
पार्टी ने एलान किया था कि 21 अगस्त से 20 सितंबर के बीच संगठन के चुनाव होंगे, लेकिन कई कोशिशों के बावजूद राहुल गांधी की तरफ से अभी कोई स्थिति स्पष्ठ नहीं की गई है।

वहीं कांग्रेस से जुड़े सूत्र बता रहे हैं कि पार्टी के सीनियर नेताओं ने सोनिया गांधी को सलाह दी है कि वह 2024 तक बतौर कांग्रेस अध्यक्ष पद पर बनी रहें। दरसअल इन नेताओं ने इसलिए कहा है कि उनका लगता है कि गांधी परिवार के अलावा कोई भी पार्टी को एकजुट नहीं रख सकता। ऐसा नहीं हुआ तो पार्टी टूट सकती है और प्रियंका गांधी को 2024 के बाद कमान सौंप दी जाए।
वहीं इससे पहले सुबह खबर आ रही थी कि सोनिया गांधी ने अशोक गहलोत को कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने के लिए ऑफर दिया। उनका कहना है कि यदि गांधी परिवार से कोई अध्यक्ष नहीं बनता है तो फिर अशोक गहलोत को राष्ट्रीय अध्यक्ष बना देना चाहिए।
हालांकि अशोक गहलोत ने इस पूरे मामले पर सफाई जरूर दी है। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि यह मैं मीडिया से सुन रहा हूं। मैं इस बारे में नहीं जानता. जो जिम्मेदारी मुझे सौंपी गई है, मैं उसे पूरा कर रहा है। दरअसल अशोक गहलोत ने हाल ही में कहा था कि राहुल गांधी को पार्टी की बागडोर संभाल लेनी चाहिए, अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो पार्टी के नेता और कार्यकर्ताओं में निराशा आ जाएगी।
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