स्पेशल डेस्क
लखनऊ। समाजवादी पार्टी ने शिवपाल यादव को लेकर बड़ा फैसला लिया है। अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के बीच समझौता हो सकता है। इसको लेकर खबर काफी समय चली रही है लेकिन अभी तक ये पता नहीं चल पा रहा है कि क्या सच में अरसे बाद दोनों एक साथ फिर नजर आयेंगे।
सपा ने रविवार को बड़ा बयान देते हुए कहा कि अगर शिवपाल यादव प्रगतिशील समाजवादी पार्टी-लोहिया (प्रसपालो) को सपा के साथ विलय करा देते हैं तो उनकी पार्टी सपा शिवपाल के अयोग्य करार दिए जाने अर्जी को फौरन वापस ले सकती है।

सपा ने ये प्रस्ताव सोच-समझकर शिवपाल को दिया है। गौरतलब हो कि वरिष्ठ सपा नेता और नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी ने 13 सितंबर को विधानसभा अध्यक्ष को शिवपाल के खिलाफ अर्जी दी थी।
इस पूरे मामले में राम गोविंद चौधरी ने पत्रकारों से बातचीत में साफ करते हुए कहा कि यदि शिवपाल अपनी पार्टी को भंग कर सपा के साथ उसका विलय कर दें तो सपा उनके खिलाफ दायर अर्जी वापस ले लेगी। बता दें कि इससे पहले शिवपाल और आदित्य यादव ने सपा के साथ जाने को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा था कि ऐसा कुछ भी होने नहीं जा रहा है।
सपा उनके खिलाफ दायर अर्जी वापस लेने के लिए जो शर्त रखी है शायद ही शिवपाल माने। कुल मिलाकर सपा ने पहली बार शिवपाल यादव को लेकर कोई बड़ा फैसला किया है। शिवपाल जसवंतनगर विधानसभा सीट से विधायक चुने गए थे।
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