जुबिली न्यूज डेस्क
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक माहौल गर्मा गया है। सोमवार को राजधानी पटना में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रशांत किशोर (PK) ने राज्य के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी पर गंभीर आरोप लगाए। पीके ने दावा किया कि सम्राट चौधरी 1995 के मुंगेर हत्याकांड और गौतम शिल्पी कांड के आरोपी हैं और उन्हें तत्काल पद से हटाकर गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
“मुंगेर हत्याकांड के आरोपी हैं सम्राट चौधरी” – प्रशांत किशोर
पीके ने आरोप लगाया कि 1995 में मुंगेर जिले के तारापुर में कुशवाहा समाज के सात लोगों की हत्या हुई थी। इस मामले (केस नंबर 44/1995) में सम्राट चौधरी का नाम सामने आया था।
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पीके का कहना है कि उस समय सम्राट चौधरी को नाबालिग बताकर जेल से बाहर निकाला गया।
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उन्होंने दस्तावेजों का हवाला देते हुए कहा कि सम्राट की जन्मतिथि में गड़बड़ी कराई गई थी।
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पीके ने कहा, “जिसे जेल में होना चाहिए था, वो आज डिप्टी सीएम की कुर्सी पर बैठा है।”
चुनाव एफिडेविट पर उठाए सवाल
प्रशांत किशोर ने दावा किया कि सम्राट चौधरी ने 2020 के चुनावी एफिडेविट में अपनी उम्र 51 साल बताई थी। इसके हिसाब से 1995 में वे 26 साल के थे।
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पीके का आरोप: “अगर सम्राट चौधरी 26 साल के थे तो नाबालिग कैसे हो सकते हैं? उन्हें सजा से बचाने के लिए जन्मतिथि बदली गई।”
“छह हत्या के आरोपी हैं सम्राट चौधरी”
प्रशांत किशोर ने कहा कि सम्राट चौधरी 6 हत्या के आरोपी हैं और गृह मंत्री के साथ घूमते हैं। उन्होंने कहा कि सम्राट को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए और सीएम नीतीश कुमार को उन्हें बर्खास्त करना चाहिए।
नीतीश कुमार और राज्यपाल से अपील
पीके ने कहा, “अगर मुख्यमंत्री कार्रवाई नहीं करेंगे तो हम राज्यपाल से मिलकर शिकायत करेंगे। अगर तब भी कुछ नहीं हुआ तो कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाएंगे।”
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सम्राट चौधरी की चुप्पी पर सवाल
अब तक सम्राट चौधरी की तरफ से इन आरोपों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है। बिहार चुनाव से पहले प्रशांत किशोर और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी के बीच यह विवाद सियासी माहौल को और गरमा सकता है। अब देखना होगा कि सम्राट चौधरी इन आरोपों पर क्या जवाब देते हैं और क्या नीतीश सरकार कोई कदम उठाती है।