जुबिली न्यूज डेस्क
शिमला | हिमाचल प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर बड़ा उथल-पुथल देखने को मिल रहा है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पशुपालन मंत्री चंद्र कुमार के संभावित इस्तीफे से बड़ा झटका लग सकता है। यह दावा उनके बेटे और पूर्व विधायक नीरज भारती ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए किया है।
बेटे ने सोशल मीडिया पर किया बड़ा दावा
नीरज भारती ने गुरुवार सुबह फेसबुक और X (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट साझा करते हुए कहा कि,“मेरे पिता चंद्र कुमार आज मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले हैं। कांग्रेस सरकार में दलालों का बोलबाला है और हम इस दलाली में शामिल नहीं होंगे।”
इस बयान के बाद से कांग्रेस आलाकमान और मुख्यमंत्री सुक्खू खेमे में हलचल तेज हो गई है। माना जा रहा है कि यह हिमाचल की सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार में अंदरूनी कलह का संकेत है।
क्या है विवाद की असली वजह?
नीरज भारती ने सीधे तौर पर पार्टी के भीतर दलाली और सत्ता के दुरुपयोग का आरोप लगाया है। उनका दावा है कि सरकार में कुछ लोग निजी स्वार्थ के लिए पदों और योजनाओं का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे ईमानदार नेताओं को दरकिनार किया जा रहा है।
हालांकि, अब तक मंत्री चंद्र कुमार की ओर से इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। लेकिन सूत्रों के अनुसार, वह पार्टी के अंदर चल रही कुछ गतिविधियों से असहज महसूस कर रहे हैं।
चंद्र कुमार का राजनीतिक सफर
चंद्र कुमार हिमाचल की राजनीति के एक अनुभवी और वरिष्ठ नेता हैं। वे कई बार विधायक और मंत्री रह चुके हैं। वर्तमान में वह पशुपालन मंत्री के रूप में कैबिनेट में शामिल हैं और अपने क्षेत्र में अच्छी पकड़ रखते हैं।
उनका इस्तीफा अगर सच साबित होता है, तो यह कांग्रेस के लिए राजनीतिक और छवि दोनों स्तर पर बड़ा नुकसान हो सकता है।
कांग्रेस में गुटबाजी की फिर चर्चा
यह घटना हिमाचल कांग्रेस में चल रही गुटबाजी और अंदरूनी कलह को और उजागर करती है। बीते कुछ महीनों में पहले भी कई विधायकों और नेताओं ने सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाए थे। ऐसे में चंद्र कुमार जैसे वरिष्ठ नेता का असंतुष्ट होना, पार्टी के लिए खतरे की घंटी है।
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आगे क्या?
अब सभी की नजरें चंद्र कुमार की अगली राजनीतिक चाल पर टिकी हैं। अगर वे सचमुच इस्तीफा देते हैं तो यह मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू के लिए एक राजनीतिक संकट की शुरुआत हो सकती है।