जुबिली न्यूज डेस्क
पाकिस्तान ने मंगलवार-बुधवार की दरम्यानी रात भारत द्वारा किए गए हवाई हमलों के विरोध में एक सख्त आधिकारिक बयान जारी किया है। पाकिस्तानी विदेश कार्यालय ने बताया कि इस मुद्दे को लेकर एक शीर्ष भारतीय राजनयिक को तलब किया गया और भारत के हमलों पर कड़ा विरोध दर्ज कराया गया।
विदेश कार्यालय के बयान में कहा गया कि भारत द्वारा किए गए हवाई हमलों में महिलाओं और बच्चों सहित कई निर्दोष नागरिकों की मौत हुई है। बयान में यह भी कहा गया कि भारत की यह कार्रवाई पाकिस्तान की संप्रभुता का स्पष्ट उल्लंघन है। पाकिस्तान ने इसे अंतरराष्ट्रीय कानून, संयुक्त राष्ट्र चार्टर, और दोनों देशों के बीच बने द्विपक्षीय समझौतों के खिलाफ बताया है।
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने भारत को चेतावनी दी कि इस तरह का गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा करता है। बयान में यह भी कहा गया कि पाकिस्तान अपने नागरिकों की सुरक्षा और देश की संप्रभुता की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगा।
भारत का पक्ष
वहीं भारत की ओर से कहा गया कि यह कार्रवाई जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में की गई है। भारत ने अपने आधिकारिक बयान में बताया कि पाकिस्तान की ओर से कंट्रोल लाइन (LoC) पर की गई गोलाबारी में कम से कम 10 भारतीय नागरिकों की मौत हुई है और कई अन्य घायल हुए हैं। भारत ने यह भी दोहराया कि उसने केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया है, न कि नागरिक इलाकों को।
हवाई हमलों में नुकसान
पाकिस्तानी सैन्य प्रवक्ता के अनुसार, भारत के हमलों में 26 नागरिकों की मौत हुई है और 46 लोग घायल हुए हैं। वहीं भारत ने पाकिस्तान के इस दावे पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है कि उसके पांच लड़ाकू विमानों को मार गिराया गया है।
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क्षेत्रीय सुरक्षा के लिहाज से बढ़ी चिंता
इस घटनाक्रम के बाद दक्षिण एशिया में तनाव और बढ़ गया है। दोनों देशों के बीच सीमाओं पर पहले से ही स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई थी, और अब इन हवाई हमलों ने हालात को और जटिल बना दिया है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय भी इस स्थिति पर करीबी नजर रखे हुए है और दोनों देशों से संयम बरतने की अपील कर रहा है।