जुबिली न्यूज डेस्क
केंद्र सरकार ने मंगलवार को लोकसभा में एक देश, एक चुनाव संबंधी विधेयक पेश किया. विपक्ष ने इस विल का विरोध किया है. विधेयक पेश होने के तुरंत बाद समाजवादी पार्टी के सांसद धर्मेंद्र यादव ने कहा कि यह विधेयक मुसलमान विरोधी है.

सांसद ने कहा कि मैं इस विधेयक के विरोध के लिए खड़ा हूं. अभी दो दिन पहले संविधान की गौरवशाली परंपरा को बचाने, उसकी कसमें खाने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई. अब दो दिन के भीतर ही संघीय ढांचे को तोड़ने के लिए बिल लाए हैं. यह बिल पूरे देश की एकता में अनेकता पर प्रहार करने वाला है. यह विधेयक संघीय ढांचे पर प्रहार करने वाला है.
जयराम रमेश का बीजेपी पर हमला
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एएनआई से बात करते हुए कहा, एक राष्ट्र, एक चुनाव विधेयक केवल पहला मील का पत्थर है, असली उद्देश्य एक नया संविधान लाना है. संविधान में संशोधन करना एक बात है, लेकिन एक नया संविधान लाना आरएसएस और पीएम मोदी का असली उद्देश्य है.
कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी ‘वन नेशन वन इलेक्शन विधेयक’ को पूरी तरह ख़ारिज़ करती है.जयराम रमेश ने कहा, “हम इस विधेयक को सदन में रखे जाने का विरोध करेंगे और इसे जेपीसी को भेजने की मांग करेंगे. हम इस विधेयक को असंवैधानिक मानते हैं.”
टीएमसी ने किया विरोध
तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी ने एक राष्ट्र एक चुनाव बिल का विरोध किया. उन्होंने कहा कि यह बिल संविधान की मूल भावना के खिलाफ है.
ओवैसी ने किया विरोध
एआईएमआईएम के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने किया वन नेशन वन इलेक्शन का विरोध. कहा- यह संघीय ढांचे पर हमला. यह राजनीतिक लाभ लेने के लिए लाया गया है.
गौरव गोगोई ने किया विरोध
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ के विरोध में बोलना शुरू किया. उन्होंने कहा यह संविधान और लोगों को वोट देने के अधिकार पर हमला है.
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