Saturday - 6 January 2024 - 6:12 AM

OMG ! लखनऊ के पानी में मिला कोरोना वायरस

जुबिली स्पेशल डेस्क

लखनऊ। देश में इन दिनों कोरोना का कहर लगातार जारी है। कोरोना लगातार फैल रहा है। हालांकि कोरोना को रोकने के लिए लॉकडाउन का सहारा लिया जा रहा है।

अब कोरोना को लेकर एक और बड़ी जानकारी आ रही है। अभी हाल में ही इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च और world हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने कहा था कि पानी में भी कोरोना वायरस मिला है।

इसी के तहत उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में तीन लगह से सैंपल लिए गए थे। अब पता चला है कि एक सैंपल पॉजिटिव मिला है।

अब बड़ा सवाल यह है कि अगर पानी में कोरोना वायरस है तो इसका असर मानव पर क्या पड़ेगा। इसको लेकर अध्ययन किया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक एसजीपीजीआई का माइक्रोबायोलॉजी विभाग इसको लेकर अध्यण कर रहा है।

विभिन्न नदियों में शव बहाए जाने के बाद आईसीएमआर और डब्ल्यूएचओ ने देशभर में अध्ययन कराने की योजना बनाई। इसके तहत देशभर में 8 सेंटर बनाए गए। यूपी का सेंटर एसजीपीजीआई को बनाया गया।

लखनऊ में सर्वाधिक कोरोना वायरस से प्रभावित लोग मिल रहे हैं। ऐसे में यहां सीवेज सैंपल टेस्टिंग की योजना बनाई गई। तीन जगह से सीवरेज के सैंपल लेकर एसजीपीजीआई केे माइक्रोबायोलॉजी विभाग में जांच की गई।

एक सैंपल में कोरोना वायरस मिला है। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि पानी से संक्रमण फैलने के मामले में नए सिरे से अध्ययन किया जा सकता है।

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एसजीपीजीआई की माइक्रोबायोलॉजी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर उज्ज्वला घोषाल ने कहा कि भविष्य में पूरे प्रदेश के लिए प्रोजेक्ट तैयार किया जा सकता है। बताया जा रहा है कि गंगा में शव मिलने के बाद इसको लेकर जांच की गई थी।

हाल में यूपी की विभिन्न नदियों में शव बहते नजर आये थे और इसके बाद आईसीएमआर और डब्ल्यूएचओ ने इसको लेकर अध्यण करने की बड़ी योनजा बनायी थी।

इसी के तहत उत्तर प्रदेश के एसजीपीजीआई को भी सेंंटर बनाया गया था। इसके बाद लखनऊ में सीवेज सैंपल टेस्टिंग का फैसला लिया गया। तीन जगह से सीवरेज के सैंपल लेकर एसजीपीजीआई केे माइक्रोबायोलॉजी विभाग में जांच की गई।

अब पता चला है कि तीन में से एक में कोरोना वायरस मिला है। इसके बाद अब पानी से संक्रमण फैलने को लेकर अध्यण किया जा सकता है। प्रोफेसर उज्ज्वला घोषाल ने कहा है कि आने वाले समय में पूरे प्रदेश के लिए प्रोजेक्ट तैयार किया जा सकता है।

यहां के पानी का लिया गया था सैंपल

जानकारी के मुताबिक खदरा के रूकपुर, घंटाघर व मछली मोहाल के ड्रेनेज से सीवेज सैंपल जांच के लिए गए थे। अब पता चला है कि 19 मई को इस सैंपल की जांच की गई तो रूकपुर खदरा के सीवेज के सैंपल में कोरोना वायरस मिला है।  इसके बाद आईसीएमआर और डब्ल्यूएचओ को इसकी पूरी जानकारी दे दी गई है।

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