न्यूज डेस्क
एग्जिट पोल्स की विश्वसनीयता पर हमेशा सवाल उठता रहा है। इस बार भी सवाल उठ रहा है। रविवार को 12 एग्जिट पोल्स ने एनडीए को पूर्ण बहुमत की संभावना जतायी है। इस परिणाम पर पहले उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने सटीकता पर सवाल उठाया था और आज केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने उठाया है। उन्होंने कहा कि एग्जिट पोल ‘अंतिम निर्णय’ नहीं है।

गौरतलब है कि 20 मई को 14 में से 12 एग्जिट पोल्स ने एनडीए को पूर्ण बहुमत दिया। एग्जिट पोल के नतीजों से विपक्षी दलों ने भी अपनी रणनीति बदल दी है।
विपक्षी दलों के कई नेताओं ने एग्जिट पोल्स के नजीतों की विश्वसनीयता पर सवाल उठाया है तो वहीं केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी सवाल उठाया है। हालांकि उन्होंने संकेत दिया कि बीजेपी एक बार फिर सत्ता में आएगी।
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नितिन गडकरी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बायॉपिक ‘पीएम नरेंद्र मोदी’ के नए पोस्टर के लॉन्च के अवसर पर पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘एग्जिट पोल अंतिम निर्णय नहीं हैं, बल्कि संकेत करते हैं। हालांकि एग्जिट पोल में जो भी होता है, कमोबेश रिजल्ट में आता है।’
‘एग्जिट पोल सटीक पोल नहीं हैं’
बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी के पहले उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने भी सवाल उठाया था। उपराष्ट्रपति ने कहा था कि ‘एग्जिट पोल सटीक पोल नहीं हैं’। नायडू ने गुंटूर में अपने संबोधन में कहा था, ‘हमें यह समझने की जरूरत है कि वर्ष 1999 से अधिकतर एग्जिट पोल्स गलत साबित हुए हैं।’

उन्होंने कहा, ‘मतगणना के दिन तक सभी अपना आत्मविश्वास जाहिर करते हैं लेकिन इसका आधार नहीं है। हमें 23 तक इंतजार करना होगा।’ उन्होंने कहा, ‘देश को एक योग्य नेता और स्थिर सरकार की जरूरत है, यह कोई भी हो सकता है।’
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