जुबिली स्पेशल डेस्क
व्हाइट हाउस ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की एक तस्वीर जारी की है, जो सोशल मीडिया पर खूब चर्चा बटोर रही है।
इस तस्वीर को लेकर अलग-अलग तरह की व्याख्या हो रही है। कुछ लोग इसे “बड़े-बुजुर्ग जैसे ट्रंप के मार्गदर्शन” की तरह देख रहे हैं, तो कुछ का कहना है कि नेतन्याहू केवल ट्रंप के इशारों पर चल रहे हैं।
असल में यह तस्वीर उस मुलाकात की है, जब नेतन्याहू ट्रंप के मेहमान बनकर व्हाइट हाउस पहुंचे थे। यूएन महासभा में 26 सितंबर को भाषण देने के बाद नेतन्याहू ने ट्रंप से मुलाकात की थी। इसी दौरान गाजा संघर्ष को लेकर 20 सूत्रीय प्रस्ताव पर भी चर्चा हुई। प्रस्ताव पर सहमति बनी तो गाजा में बमबारी रुक सकती है और इजरायली बंधकों की रिहाई संभव है। इस शांति योजना में ब्रिटेन के पूर्व पीएम टोनी ब्लेयर को भी जोड़ा गया है।

हालांकि वायरल तस्वीर का सीधा संबंध गाजा शांति प्रस्ताव से नहीं है। यह तस्वीर उस वक्त की है जब ट्रंप के सामने नेतन्याहू ने कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुर्रहमान बिन जासिम अल थानी से फोन पर माफी मांगी। ट्रंप भी उस कॉल में शामिल थे।
दरअसल, 9 सितंबर को कतर की राजधानी दोहा में हमास के ठिकानों को निशाना बनाकर इजरायल ने हवाई हमला किया था। इस दौरान एक कतर नागरिक की मौत हो गई थी। इसके बाद कतर ने साफ कर दिया था कि जब तक इजरायल आधिकारिक तौर पर माफी नहीं मांगेगा, वह हमास और इजरायल के बीच शांति वार्ता में हिस्सा नहीं लेगा।
ट्रंप के दबाव के बाद नेतन्याहू ने फोन पर माफी मांगी, जिसके बाद कतर ने दोबारा मध्यस्थता करने पर सहमति जता दी। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, इजरायल को यह कदम ट्रंप की सलाह पर उठाना पड़ा।
इस घटना से जुड़ी तस्वीर ने ही अब नई बहस छेड़ दी है, जिसमें ट्रंप और नेतन्याहू की बॉडी लैंग्वेज पर तरह-तरह की व्याख्या की जा रही है।
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