जुबिली स्पेशल डेस्क
इजरायल और हमास के बीच फिलहाल जंग रुकी है और दोनों अस्थाई सीजफायर पर राजी हो गए है लेकिन जंग अभी खत्म नहीं हुई क्योंकि गुरुवार को येरूशलम में एक हमला हुआ। इसके बाद इजरायल फिर सक्रिय हो गया है और इजरायल ने इसे साफ तौर पर आतंकी करार दिया है।
इस हमले के फौरन बाद इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू एक्टिव हो गए है और फिर उन्होंने अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के साथ बातचीत की है।
इसके बाद नेतन्याहू की तरफ से एक बयान भी जारी किया गया है। इस दौरान उन्होंने उन्हें बताया कि ये वही है जिसने 7 अक्टूबर को कत्लेआम मचाया था। ये वही हमास है जो हर जगह हमारे लोगों की हत्या करने की कोशिश कर रहा है।

इस दौरान नेतन्याहू ने ब्लिंकन से साफ कह दिया है कि जब तक वो हमास को खत्म नहीं करेंगे तब तक चैन से नहीं बैठेंगे। उन्होंने हमने हमास को खत्म करने की कसम खाई है और ऐसा करने से हम कोई नहीं रोक सकता।
इस दौरान नेतन्याहू ने बताया कि पहला मकसद सभी बंधकों को हमास के कब्जे से सुरक्षित निकालना है। दूसरा मकसद हमास का पूरी तरह से खात्मा। और तीसरा मकसद ये सुनिश्चित करना है कि अगली बार गाजा की तरफ से हमें कोई खतरा न हो।
बता दे कि इजरायल-हमास के बीच चल रहे जंग को करीब 54 दिन से अधिक हो गए हैं। हालांकि इस बीच दोनों पक्षों की तरफ से एक बार चार दिन और दूसरी बार दो दिन का संघर्ष विराम लगाया गया। इस दौरान इजरायल ने बंधक बनाए फिलिस्तीन के लोगों को रिहा किया. वहीं हमास ने भी कई इजरायली बंधकों को रिहा किया।
ऐसे में हमास ने इजरायल सरकार को एक बड़ा ऑफर दिया है। हमास के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को कहा कि गाजा पर युद्धविराम बढ़ाने की बातचीत के बीच, इस्लामिक आंदोलन इजरायल में बंद सभी फिलिस्तीनी कैदियों के बदले में अपने सभी बंदी इजरायली सैनिकों को रिहा करने के लिए तैयार है।
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