Saturday - 13 January 2024 - 7:26 AM

भारत की सीमा पर नेपाल बना रहा है सड़क और हैलीपैड

जुबिली न्यूज़ डेस्क

नई दिल्ली. अमरनाथ यात्रा को सुगम बनाने के लिए भारत द्वारा बनाई गई सड़क के कुछ हिस्से पर अपना दावा ठोकने के बाद नेपाल लगातार ऐसी राह पर आगे बढ़ता जा रहा है जिससे यह महसूस होता है कि नेपाल भारत के साथ अपने रोटी-बेटी के रिश्ते को पूरी तरह से भूल चुका है और चीन के सहारे वह भारत के साथ रिश्तों की एक नई इबारत लिखने की तैयारी कर रहा है.

नेपाल ने भारत की सड़क के जिन हिस्सों पर अपना दावा ठोका था उन्हें अपना बताने के लिए उसने नया राजनीतिक नक्शा बनाया और संसद से उसे पास करवा लिया. नक्शा पास करवाने के फ़ौरन बाद नेपाल ने उत्तराखंड में ब्रहमदेव से तिंकर तक 285 किलोमीटर लम्बी सड़क बनानी शुरू कर दी है. इस सड़क को तेज़ी से बनाने के लिए सरकार ने पीडब्ल्यूडी से यह काम लेकर नेपाल आर्मी को सौंप दिया है. सड़क को जल्दी बनाने के लिए सामान पहुंचाने के काम में हेलीकाप्टर का इस्तेमाल शुरू कर दिया है. इसके लिए भारतीय सीमा के निकट हैलीपैड बनाए जा रहे हैं.

नेपाल हेलीकाप्टरों के ज़रिये सड़क निर्माण का सामान भी पहुंचा रहा है और भारत के सीमावर्ती इलाकों पर नज़र भी रखे हुए है. नेपाल ने अपनी सीमा पर सशस्त्र सुरक्षा बल भी तैनात कर दिया है.

नेपाल तिंकर तक सड़क बना रहा है. तिंकर नेपाल का ऐसा इलाका है जो सुरक्षा के लिहाज़ से काफी अहम है. यह वह जगह है जहाँ पर भारत-नेपाल और चीन की सीमा मिलती है.

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नेपाल की सीमा पर बढ़ी सक्रियता पर भारत कड़ी निगाह रखे हुए है. नेपाल अपने खुले बार्डर पर सड़कें बनाकर वहां अपने सुरक्षा बलों की पहुँच को आसान बनाने की कोशिश में लगा है. सड़क निर्माण के साथ ही नेपाल पैदल चलने के लिए इस्तेमाल होने वाले इलाकों की मरम्मत का काम भी कर रहा है. नेपाल ने सीमा पर जिस तरह से सीमा पर अपनी सक्रियता बढ़ाई है और बिहार में भारतीय सीमा क्षेत्र में चल रहे निर्माण कार्य को नेपाल के सुरक्षा बलों ने जिस तरह से रोका है उससे यह साबित हो गया है कि नेपाल अब भारत पर निर्भर रहकर आगे बढ़ने की बात को पीछे छोड़ चुका है. नेपाल ने यह तय कर लिया है कि आगे की राह वह चीन की सलाह और मदद से ही तय करेगा.

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