न्यूज़ डेस्क
प्रदेश के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव आज 80 साल के हो गये। इस खास मौके को मनाने के लिए सपा सरंक्षक बीतें दिन दिल्ली से लखनऊ आ चुके है। उनके जन्मदिन को खास बनाने के लिए सपा नेताओं ने खासी तैयारियां की है। ऐसे में देखना ये है कि नेताजी के जन्मदिन पर क्या चाचा और भतीजे अपनी दूरियों को समाप्त करके एक होंगे?
गौरतलब है कि हाल ही में प्रसपा के अध्यक्ष शिवपाल यादव ने समाजवादी पार्टी से गठबंधन के संकेत दिए थे।
उन्होंने कहा था कि हम सभी चाहते है कि नेताजी के जन्मदिन पर परिवार में एकता बढ़ जाये तो बेहतर है। हमारा पूरा प्रयास रहेगा की भतीजा अगर समझ गया तो सरकार बना लेगा, मुख्यमंत्री तो हमें बनना नहीं है।
यही नही उन्होंने कहा था कि हम 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर तैयार है। गठबंधन के लिए हमारी प्राथमिकता समाजवादी पार्टी रहेगी। क्योंकि लंबे समय तक हमने नेताजी के साथ काम किया है हमारी विचारधारा भी समाजवादी है। नेताजी के जन्मदिन के अवसर पर दोनों पार्टियां एकता के लिए आगे बढ़ें यही हमारी कोशिश है।
हालांकि, अपने चाचा की बातों पर अटकले लगाते हुए अखिलेश यादव ने साफ कर दिया है कि वो किसीभी पार्टी के साथ गठबंधन कर चुनाव नहीं लड़ेंगे। अखिलेश यादव के इस बयान के बाद सपा-प्रसपा के गठबंधन की उम्मीद भी टूटती नजर आ रही है।
बता दें कि पिछले जन्मदिन पर मुलायम सिंह यादव ने पुत्र अखिलेश और भाई शिवपाल सिंह यादव, दोनों के साथ अलग-अलग केक काटा था। इस दौरान नेताजी ने दोनों ही पार्टियों को आशीर्वाद देकर राजनीतिक पंडितों को भी चकरा दिया था।
ऐसे में अब देखना ये है कि मुलायम सिंह के जन्मदिन पर उनका साथ पिछले साल की तरह दोनों ही दलों को मिलता है। या इस बार वह अपना जन्मदिन सिर्फ पुत्र के साथ ही मनाते हैं। साथ ही आज के दिन उनका राजनीतिक संदेश भी महत्वपूर्ण हैं।
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