जुबिली न्यूज डेस्क
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के स्मारक के मुद्दे पर बढ़ते विवाद के बीच लालू यादव और मायावती ने प्रतिक्रिया दी है. आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने कहा है, “उन्हें यह सम्मान मिलना चाहिए. देश को मनमोहन सिंह जैसा नेता कभी नहीं मिलेगा. मैं उनकी सरकार में मंत्री था. मैं उनके काफ़ी क़रीब था.”

इस मामले पर उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने भी बयान दिया है. सोशल मीडिया वेबसाइट एक्स पर मायावती ने लिखा है, “केन्द्र सरकार देश के पहले सिख प्रधानमंत्री रहे डा. मनमोहन सिंह के देहांत होने पर उनका अन्तिम संस्कार वहाँ कराए और उनके सम्मान में भी स्मारक आदि वहीं बनवाए जहाँ उनके परिवार की दिली इच्छा है.”
मायावती का कहना है, “इसके लिए कोई भी राजनीति करना ठीक नहीं है और इन मामलों में केन्द्र सरकार पूर्व प्रधानमंत्री के परिवार और सिख समाज की भी भावनाओं का ज़रूर सम्मान करे, तो यह उचित होगा.”
कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि ‘भारत के पहले और एकमात्र सिख प्रधानमंत्री रहे डॉ. मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार और स्मारक की जगह न ढूंढ पाना जानबूझकर किया गया अपमान है.’इस बीच बीजेपी ने कहा है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में स्मारक बनाए जाने का फैसला लिया गया है और इसको लेकर कांग्रेस अध्यक्ष और मनमोहन सिंह के परिवार को सूचना दे दी गई है.
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बीजेपी के सांसद और पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, “कल कैबिनेट की बैठक में निर्णय लिया गया कि मनमोहन सिंह की स्मृति में एक स्मारक और समाधि स्थल बनाया जाएगा और इसमें जो भी समय लगेगा, उस बारे में कांग्रेस पार्टी को अवगत कराया गया था.”गुरुवार को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का 92 साल की उम्र में दिल्ली के एम्स अस्पताल में निधन हो गया था. उनका अंतिम संस्कार शनिवार को निगमबोध घाट पर होगा.
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