जुबिली स्पेशल डेस्क
बिहार विधानसभा चुनाव में भोजपुरी बेल्ट की छपरा सीट इस बार बेहद दिलचस्प मुकाबले की गवाह बनने जा रही है। इस सीट पर आरजेडी ने भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार खेसारी लाल यादव की पत्नी चंदा देवी को उम्मीदवार बनाया है, जबकि बीजेपी ने स्थानीय नेता और जिला परिषद अध्यक्ष छोटी कुमारी पर दांव लगाया है।
खेसारी लाल यादव हाल ही में तेजस्वी यादव से मुलाकात कर चुके हैं। उन्होंने कहा था कि वे बिहार के लिए कुछ करना चाहते हैं और अपनी पत्नी को राजनीति में आने के लिए मना रहे हैं। खेसारी ने बताया कि चंदा देवी एक पारिवारिक महिला हैं, दो बच्चों की मां हैं और हमेशा परिवार की जिम्मेदारियों को प्राथमिकता दी है। लेकिन अब उन्होंने राजनीति में कदम रखने का फैसला किया है।
वहीं, बीजेपी ने इस सीट पर बड़ा दांव खेलते हुए मौजूदा विधायक सी.एन. गुप्ता का टिकट काट दिया है और उनकी जगह छोटी कुमारी को उम्मीदवार बनाया है।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, यह कदम एंटी-इनकंबेंसी फैक्टर को देखते हुए उठाया गया है। छोटी कुमारी स्थानीय स्तर पर सक्रिय कार्यकर्ता हैं और महिला उम्मीदवार के रूप में बीजेपी की रणनीति का अहम हिस्सा मानी जा रही हैं।

सीट का सियासी समीकरण
छपरा विधानसभा सीट पर अब तक बीजेपी का दबदबा रहा है। सी.एन. गुप्ता ने लगातार दो बार यहां से जीत दर्ज की थी। 2020 के चुनाव में उन्हें 75,710 वोट मिले थे, जबकि आरजेडी के रणधीर सिंह को 68,939 वोट मिले थे, यानी जीत का अंतर करीब 6,700 वोटों का था। 2015 में भी सी.एन. गुप्ता ने आरजेडी के रणधीर सिंह को 11,000 वोटों से हराया था।
हालांकि इस बार समीकरण बदले हैं, रणधीर सिंह अब जेडीयू में शामिल होकर बगल की मांझी सीट से चुनाव मैदान में हैं।
ऐसे में छपरा में मुकाबला अब स्टार पावर बनाम ग्राउंड कनेक्ट में बदल गया है।छपरा सीट पर यादव, राजपूत, ब्राह्मण, बनिया और मुस्लिम मतदाता निर्णायक भूमिका निभाते हैं। खेसारी लाल यादव की लोकप्रियता जहां आरजेडी के लिए बड़ी पूंजी साबित हो सकती है, वहीं बीजेपी स्थानीय संगठन और महिला सशक्तिकरण के संदेश पर भरोसा जता रही है।
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