जुबिली न्यूज डेस्क
बीजिंग | भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने सोमवार सुबह शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक के दौरान चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से बीजिंग में मुलाकात की। यह मुलाकात ऐसे समय पर हुई है जब भारत और चीन के संबंधों में तनाव कम करने की दिशा में बातचीत को अहम माना जा रहा है।

विदेश मंत्री ने क्या कहा?
डॉ. एस. जयशंकर ने इस मुलाकात की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर साझा करते हुए लिखा:“आज सुबह बीजिंग में अपने साथी SCO विदेश मंत्रियों के साथ राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अभिवादन उन्हें पहुंचाया। राष्ट्रपति शी जिनपिंग को हमारे द्विपक्षीय संबंधों के हालिया विकास से अवगत कराया। इस संबंध में हमारे नेताओं के मार्गदर्शन को महत्व देते हैं।”
भारत-चीन संबंधों पर बातचीत
सूत्रों के मुताबिक, इस मुलाकात में भारत-चीन द्विपक्षीय संबंधों की वर्तमान स्थिति, सीमा विवादों में हालिया प्रगति, आर्थिक सहयोग, और क्षेत्रीय स्थिरता जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। विदेश मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत नेतृत्व स्तर के संवाद को सबसे ज़्यादा अहमियत देता है और आगे भी इसी दिशा में बढ़ने का इरादा रखता है।
क्यों अहम है यह मुलाकात?
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पिछले कुछ वर्षों में भारत और चीन के बीच LAC (वास्तविक नियंत्रण रेखा) पर कई बार सैन्य टकराव और गतिरोध की स्थिति बनी रही है।
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दोनों देशों के बीच व्यापार को लेकर भी कई मुद्दों पर तनाव रहा है।
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ऐसे समय में जब भारत और चीन SCO जैसे बहुपक्षीय मंच पर आमने-सामने हैं, यह मुलाकात रिश्तों को पटरी पर लाने की एक अहम कोशिश मानी जा रही है।
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SCO एक आठ सदस्यीय क्षेत्रीय संगठन है जिसमें भारत, चीन, रूस, पाकिस्तान और मध्य एशिया के चार देश शामिल हैं। यह मंच आतंकवाद विरोधी प्रयासों, आर्थिक सहयोग, और क्षेत्रीय स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है। भारत पिछले कुछ वर्षों से इस मंच का सक्रिय सदस्य रहा है और लगातार क्षेत्रीय मामलों पर अपनी सक्रिय भागीदारी दिखा रहा है।
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