जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली/पहलगाम. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मणिशंकर अय्यर ने पहलगाम आतंकी हमले को लेकर केंद्र सरकार की नीतियों पर गंभीर सवाल उठाए हैं। अय्यर ने कहा कि सरकार पाकिस्तान पर दोष मढ़ने में तो आगे है, लेकिन उसके खिलाफ कोई अंतरराष्ट्रीय समर्थन नहीं जुटा सकी।
उन्होंने आरोप लगाया, “हमने 33 देशों में प्रतिनिधिमंडल भेजे, लेकिन किसी ने पाकिस्तान को दोषी नहीं ठहराया। अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र जैसे बड़े मंच भी चुप हैं। सिर्फ हम ही पाकिस्तान का नाम लेते हैं, लेकिन कोई गंभीरता से नहीं लेता क्योंकि ठोस सबूत नहीं दिए गए।”
ऑपरेशन महादेव और सरकार का दावा
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 नागरिकों की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हुए थे। सरकार ने इसे पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा की साजिश बताया था।
गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में जानकारी दी थी कि ऑपरेशन महादेव के तहत सुरक्षा बलों ने तीन आतंकी सुलेमान, अफगानी और जिब्रान (लश्कर टॉप कमांडर) – को मार गिराया है। उन्होंने यह भी कहा था कि आतंकियों को पाकिस्तान से ट्रेनिंग और फंडिंग मिली थी।
मणिशंकर अय्यर का सवाल- क्या हमारे पास ठोस सबूत हैं?
अय्यर ने तर्क दिया कि भारत अब तक किसी अंतरराष्ट्रीय मंच पर ऐसा फॉरेंसिक या इंटेलिजेंस सबूत नहीं दे सका है, जिससे दुनिया पाकिस्तान की भूमिका को खुले तौर पर स्वीकारे। उन्होंने कहा, “हम बार-बार पाकिस्तान का नाम लेते हैं, लेकिन किसी वैश्विक संस्था ने इसका समर्थन नहीं किया।”