जुबिली स्पेशल डेस्क
ईरान और इजराइल के बीच भले ही संघर्षविराम हो चुका हो, लेकिन दोनों देशों के तीखे बयानों ने तनाव को अभी भी जिंदा रखा है। इसी बीच इजराइल की ओर से एक बेहद चौंकाने वाला बयान सामने आया है जिसने दुनिया की चिंता बढ़ा दी है।
इजराइल के रक्षा मंत्री इसराइल कैट्ज़ ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया है कि ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खामेनेई को टारगेट करने की पूरी तैयारी कर ली गई थी। उन्होंने इजरायली चैनल 13 से बातचीत में कहा, “अगर खामेनेई हमारी रेंज में होते, तो अब तक उन्हें खत्म कर दिया गया होता। हमने सारी रणनीति तैयार कर ली थी, लेकिन हालात ऐसे नहीं बने कि उसे अंजाम दिया जा सके।”
‘अमेरिका से पूछने की ज़रूरत नहीं’
इसराइल कैट्ज ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस बयान को भी खारिज कर दिया जिसमें उन्होंने खुद को संघर्षविराम का सूत्रधार बताया था। कैट्ज ने दो टूक कहा, “अगर हमें खामेनेई को निशाना बनाना होगा, तो हम अमेरिका से अनुमति नहीं लेंगे। हम अपने निर्णय खुद लेते हैं।”
युद्ध के बीच बना था टारगेट
माना जा रहा है कि इजराइल की इस योजना का आधार उस वक्त बना जब ईरान ने इजराइल के एक अस्पताल को निशाना बनाया था। हमले के बाद प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी और इजरायली मंत्रियों ने साफ किया था कि “इस जंग को खत्म करने के लिए खामेनेई की भूमिका खत्म करना ज़रूरी है।”
कहां हैं खामेनेई?
ईरान की ओर से खामेनेई को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वे 13 जून से ही एक अत्यधिक सुरक्षित बंकर में अपने परिवार और शीर्ष सैन्य सलाहकारों के साथ मौजूद हैं। हाल ही में सीजफायर के बाद उन्होंने एक टीवी संदेश में अमेरिका पर तीखा हमला बोलते हुए कहा,
“जो अमेरिका इजराइल को बचाने के लिए मैदान में उतरा था, उसे हमारे लोगों ने करारा जवाब दिया। ईरान कभी अमेरिका के आगे नहीं झुकेगा। भविष्य में अगर हमला हुआ तो अमेरिकी सैन्य ठिकानों को भी निशाना बनाया जाएगा।”