जुबिली स्पेशल डेस्क
ईरान और अमेरिका के बीच तनाव चरम पर पहुंच चुका है। ताज़ा जानकारी के मुताबिक, ईरान ने कतर और इराक स्थित अमेरिकी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया है।
ईरानी सेना ने कतर में अमेरिकी ठिकानों पर 10 मिसाइलों से हमला किया, जिससे पूरे मिडिल ईस्ट में हड़कंप मच गया है। राजधानी दोहा में एयर डिफेंस सिस्टम ने ईरानी मिसाइलों को रोकने की कोशिश की, लेकिन कई मिसाइलें टारगेट तक पहुंच गईं।
कतर में एयरस्पेस बंद, विमानों का रूट डायवर्ट
ईरानी हमले की आशंका को देखते हुए कतर ने अपना एयरस्पेस अस्थायी रूप से बंद कर दिया था। इसके चलते लंदन से दोहा जा रहे कई विमानों को रूट डायवर्ट करना पड़ा। कतर सरकार ने बयान जारी कर कहा कि नागरिकों और विदेशी मेहमानों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है।
इराक में भी अमेरिकी बेस पर हमला
ईरान ने इराक के हरीर बेस और अल-असद एयरबेस को भी निशाना बनाया। हरीर बेस पर तेज धमाकों की आवाज़ सुनी गई, वहीं अल-असद बेस पर हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।
कुवैत और बहरीन में ब्लैकआउट और अलर्ट
हमलों के बाद कुवैत और बहरीन में ब्लैकआउट कर दिया गया है। लोगों को घरों के भीतर रहने की सलाह दी गई है। बहरीन, कतर, इराक, यूएई, सीरिया, जॉर्डन और सऊदी अरब में अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर सायरन बजने लगे हैं, जिससे आम लोगों में दहशत फैल गई है।
ईरान की चेतावनी: “अभी तो सिर्फ ट्रेलर है”
ईरानी सेना ने इस हमले को ‘ऑपरेशन फतह’ का हिस्सा बताया है। ईरान के राष्ट्रपति ने पहले ही चेतावनी दी थी कि अमेरिका को करारा जवाब दिया जाएगा — और उन्होंने अपना वादा निभाया। ईरान की सेना ने बयान में कहा: “यह तो सिर्फ शुरुआत है। अगर अमेरिका ने फिर हमला किया, तो मिडिल ईस्ट से उसका नामो-निशान मिटा देंगे।”