जुबिली स्पेशल डेस्क
फिलिस्तीन को लेकर ईरान और इजरायल के बीच तनाव एक बार फिर तेज़ हो गया है। अमेरिका को इस बात की गंभीर चिंता है कि कहीं इजरायल अचानक ईरान पर हमला न कर दे।
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने सोमवार को मुस्लिम देशों की एकता पर ज़ोर देते हुए कहा कि गाजा में ‘ज़ायोनी शासन’ द्वारा किए जा रहे अपराधों को रोकने के लिए ईरान और पाकिस्तान को मिलकर ठोस और साझा कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने सोशल मीडिया पर यह भी कहा कि फिलिस्तीन का मुद्दा पूरे इस्लामी जगत के लिए एक केंद्रीय चिंता है।
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अमेरिका को क्या डर सता रहा है?
न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी खुफिया एजेंसियों को आशंका है कि इजरायल बिना किसी पूर्व चेतावनी के ईरान पर हमला कर सकता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू आदेश देते हैं, तो इजरायली सेना केवल 7 घंटे के अंदर हमला कर सकती है।
यह रिपोर्ट ऐसे समय पर आई है जब वॉशिंगटन और तेहरान के बीच परमाणु कार्यक्रम पर बातचीत चल रही है। सूत्रों के मुताबिक, नेतन्याहू ने ईरान की यूरेनियम संवर्धन इकाइयों को निशाना बनाकर इस वार्ता को बाधित करने की चेतावनी दी है।
बता दे कि ईरान ने जमीन के नीचे नौसैनिक अड्डा तैयार किया है। ईरान की इस ताकत को देखकर दुनिया के कई देशों के होश उड़ सकते हैं। खासकर अमेरिका और इजरायल जैसे देश, जो लगातार ईरान को खत्म करने की रणनीति बनाते हैं। ईरान ने अपनी नई ताकत को दुनिया के सामने तब जाहिर किया जब उसने ईरान के सरकारी टेलीविजन ने को एक वीडियो जारी किया।
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