जुबिली स्पेशल डेस्क
ईरान में बढ़ती महंगाई और गिरती क्रय-शक्ति ने आम लोगों की जिंदगी को गहराई तक प्रभावित कर दिया है। हालत यह है कि अब लोग अपने गुजर चुके प्रियजनों के अंतिम संस्कार और कब्र की पट्टियों (Tombstone) का खर्च भी किस्तों में चुका रहे हैं।
रिपोर्टों के मुताबिक, तेज़ी से बढ़ती महंगाई और जीवन-यापन की लागत के चलते अब मृत्यु के बाद के खर्चे भी लोगों के लिए बोझ बन गए हैं। आर्थिक दबाव इतना बढ़ गया है कि सेकंड हैंड कब्र की पट्टियों का बाजार भी तेजी से बढ़ रहा है। यह बदलाव दिखाता है कि महंगाई अब सिर्फ रोजमर्रा की ज़रूरतों तक सीमित नहीं, बल्कि लोगों की ज़िंदगी और मौत दोनों पर असर डाल रही है।

45% से अधिक महंगाई दर, गिरती क्रय-शक्ति
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस साल के पहले छह महीनों में महंगाई दर 45% से अधिक रही है। नतीजतन, मध्यम और गरीब वर्ग की क्रय-शक्ति बुरी तरह प्रभावित हुई है। पहले जिन चीजों को विलासिता या गैर-ज़रूरी समझा जाता था, वे अब आर्थिक बोझ बन चुकी हैं।
पिछले कुछ वर्षों में कई रिपोर्टों में यह सामने आया है कि लोग अब मांस, चावल, दूध, तेल, कपड़े, जूते, इलेक्ट्रॉनिक सामान और यहां तक कि डिटर्जेंट तक किस्तों पर खरीदने को मजबूर हैं।
ताबूत और कब्र की पट्टियां भी EMI पर
इन बदतर हालातों में अब टॉम्बस्टोन बेचने वाले दुकानदारों ने भी किस्तों पर भुगतान की सुविधा शुरू कर दी है। ग्राहक 2 से 6 महीनों की किस्तों में रकम चुका सकते हैं। कुछ दुकानदार तो बिना ब्याज या गारंटर के भी यह सुविधा दे रहे हैं।
रिपोर्ट बताती है कि साधारण कब्र की पट्टियों की कीमत 10 से 20 लाख तोमान तक होती है, जबकि मार्बल या ग्रेनाइट जैसी डिज़ाइनर पट्टियां 80 लाख से लेकर एक अरब तोमान तक में बिक रही हैं। यहां तक कि पुरानी कब्रों की पट्टियां भी अब सस्ते दामों पर दोबारा बेची जा रही हैं — और इनकी बिक्री भी किस्तों में होती है।
सेकंड हैंड सामान का बढ़ता कारोबार
ईरान में अब सेकंड-हैंड बाजार तेजी से फल-फूल रहा है। जो चीजें पहले फेंक दी जाती थीं, अब ऑनलाइन वेबसाइटों पर बिक रही हैं।
कुछ उदाहरण
- खाली डिब्बा: 20,000 तोमान
- पुरानी गुड़िया: 100,000 तोमान
- इस्तेमाल किया गया मोबाइल कवर: 120,000 तोमान
- पुरानी लिपस्टिक: 160,000 तोमान
- पुराने चप्पल: 80,000 तोमान
- नए जैसे अंडरवियर: 300,000 तोमान
- खाने-पीने की चीजें भी हुईं महंगी
खाद्य वस्तुओं की कीमतों में भी भारी उछाल आया है। रिपोर्ट के अनुसार, गर्मियों से अब तक अंडों की कीमतें 60% तक बढ़ी हैं। पहले जहां 6 ट्रे (प्रत्येक में 30 अंडे) वाला कार्टन 7 लाख तोमान में मिलता था, अब इसकी कीमत 11 लाख तोमान तक पहुंच गई है। यानी, एक अंडे की कीमत अब 7,000–8,000 तोमान पड़ रही है।
इसी तरह, विदेशी चाय (ईरानी पैकेजिंग में) के आधा किलो पैक की कीमत 5.75 लाख तोमान से बढ़कर 6.4 लाख तोमान हो गई है।
ईरान में यह स्थिति इस बात की गवाही देती है कि आर्थिक संकट अब सिर्फ जेब पर नहीं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक परंपराओं पर भी असर डाल रहा है। रोजमर्रा की वस्तुओं से लेकर अंतिम संस्कार तक — हर चीज अब किस्तों में ज़िंदगी जीने की मजबूरी का प्रतीक बन चुकी है।
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