जुबिली न्यूज डेस्क
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फिलीपींस के राष्ट्रपति के बीच सोमवार को दिल्ली में हुई द्विपक्षीय बैठक के बाद भारत और फिलीपींस के रिश्तों को रणनीतिक साझेदारी में बदलने का ऐलान किया गया। दोनों नेताओं ने व्यापार, रक्षा, डिजिटल तकनीक, स्वास्थ्य, संस्कृति और अंतरिक्ष जैसे कई अहम क्षेत्रों में गहराई से सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई।
सदियों पुराने संबंधों को मिला नया रूप
बैठक के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “भारत और फिलीपींस के बीच औपचारिक संबंधों को 75 साल हो चुके हैं, लेकिन हमारी सांस्कृतिक और सभ्यतागत कड़ी इससे कहीं ज्यादा पुरानी है।” उन्होंने फिलीपींस की प्रसिद्ध रामायण ‘महाराडिया लवाना’ का जिक्र करते हुए दोनों देशों के ऐतिहासिक जुड़ाव को रेखांकित किया। हाल ही में जारी किए गए साझा डाक टिकट भी इस सांस्कृतिक मित्रता को मजबूत बनाते हैं।
व्यापारिक संबंधों में नई ऊर्जा
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि भारत और फिलीपींस के बीच व्यापार 3 बिलियन डॉलर के पार पहुंच चुका है। इस व्यापार को और विस्तार देने के लिए India-ASEAN FTA की समीक्षा और Preferential Trade Agreement (PTA) पर काम शुरू करने का फैसला लिया गया है।
इसके साथ ही डिजिटल तकनीक, स्वास्थ्य, ऑटोमोबाइल, साइंस और मैन्युफैक्चरिंग जैसे क्षेत्रों में कंपनियों के बीच निजी साझेदारी को बढ़ावा देने की योजना बनी है।
रक्षा और समुद्री सहयोग में मजबूती
दोनों देशों ने समुद्री सहयोग को स्वाभाविक और ज़रूरी बताते हुए इसमें बड़ी भागीदारी तय की है। प्रधानमंत्री ने बताया कि इस समय भारतीय नौसेना के तीन जहाज फिलीपींस में अभ्यास कर रहे हैं, जिनमें एक हाइड्रोग्राफी जहाज भी शामिल है।साथ ही Mutual Legal Assistance और Transfer of Sentenced Persons जैसे समझौतों से सुरक्षा सहयोग भी गहरा होगा।
आतंकवाद पर साझा रुख
प्रधानमंत्री मोदी ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले की निंदा करने और आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ खड़े होने के लिए फिलीपींस का धन्यवाद किया।
पर्यटन को बढ़ावा, वीजा में बड़ी छूट
भारत ने फिलीपींस के नागरिकों को मुफ्त E-Visa देने की घोषणा की है, वहीं फिलीपींस ने भारतीय पर्यटकों को वीजा-फ्री एंट्री की सुविधा दी है। दोनों देशों के बीच इस साल के अंत तक दिल्ली-मनीला डायरेक्ट फ्लाइट शुरू होने की भी उम्मीद है।
अंतरिक्ष और संस्कृति में सहयोग
बैठक के दौरान अंतरिक्ष क्षेत्र में सहयोग और Cultural Exchange Programme को लेकर भी समझौते हुए। इससे न केवल वैज्ञानिक अनुसंधान में मदद मिलेगी, बल्कि सांस्कृतिक रिश्तों को भी नई ऊर्जा मिलेगी।
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प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और फिलीपींस दोनों इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में शांति, स्थिरता और कानून आधारित व्यवस्था के लिए प्रतिबद्ध हैं। भारत freedom of navigation का भी समर्थन करता है।