Sunday - 7 January 2024 - 9:07 AM

सरकार को टिकैत का अल्टिमेटम-अक्टूबर तक नहीं माने तो 40 लाख…

जुबिली न्यूज डेस्क

किसानों ने एक बार फिर कृषि कानून के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। 26 नवंबर से दिल्ली की सीमा पर डटे किसानों को हटाने के लिए सरकार हर दिन प्रयास कर रही है, बावजूद किसानों के हौसले बुलंद हैं।

किसानों ने इस बार 6 फरवरी को भारत बंद का ऐलान कर दिया है। भारत बंद से ठीक पहले भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार को चेतावनी दी है।

सरकार को चेतावनी देते हुए टिकैत ने कहा है कि अगर अक्टूबर तक केंद्र सरकार ने उनकी प्रमुख मांगों को नहीं माना तो वे इस बार 40 लाख ट्रैक्टरों की रैली निकलेंगे।

राकेश टिकैत ने कहा, ‘हमने सरकार को अक्टूबर तक का समय दिया है। अगर सरकार हमें नहीं सुनती है तो हम 40 लाख ट्रैक्टरों के साथ देशव्यापी ट्रैक्टर रैली करेंगे।’

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हालांकि इससे पहले टिकैत ने कहा कि हमारा नारा है, “कानून वापसी नहीं, तो घर वापसी नहीं।” उन्होंने आगे बताया कि यह आंदोलन जल्द समाप्त नहीं होगा, बल्कि अक्टूबर तक चलेगा।

मीडिया से बात करते हुए कहा किसान नेता ने कहा कि सरकार ने सड़कों पर कीलें ठोकने, कटीले तार लगाने, आंतरिक सड़क मार्गो को बंद करने, सीमेंट के बैरियर लगाने, भाजपा समर्थित लोगों से प्रदर्शन व हमला करना और इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है।

मालूम हो कि 26 जनवरी की ट्रैक्टर किसान परेड के बाद सैकड़ों किसान गायब हैं, उनका पता नहीं चल रहा है।

किसानों के गायब होने के मुद्दे पर टिकैत ने कहा कि किसान आंदोलन से जुड़े कई ट्विटर एकाउंट व मोर्चा का एकाउंट बंद कर दिया गया। सरकार के इशारे पर एकाउंटों से फर्जी व भड़काउ पोस्ट को आरोप लगाते हुए ट्विटर ने 250 एकाउंट को बंद कर दिया था।

टिकैत ने कहा कि पुलिस-प्रशासन द्वारा उत्पीडऩ बंद नहीं होगा और गिरफ्तार किए गए किसानों की रिहायी नहीं होगी, तब तक सरकार से नए कृषि कानूनों पर कोई बातचीत नहीं होगी।

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टिकैत ने कहा, “हमने सरकार को बता दिया कि ये आंदोलन अक्टूबर तक चलेगा। अक्टूबर के बाद आगे की तारीख देंगे।”

विपक्ष के कई नेताओं से मुलाकात के सवाल पर टिकैत ने कहा, “अगर हमारे समर्थन में विपक्ष आ रहा है तो कोई समस्या नहीं, लेकिन उसका राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए। अगर नेता आते हैं तो हम कुछ नहीं कर सकते।”

26 जनवरी को हुई हिंसा पर राकेश टिकैत ने कहा कि “नौजवानों को बहकाया गया, उनको लाल किले का रास्ता बताया गया कि पंजाब की कौम बदनाम हो। किसान कौम को बदनाम करने की कोशिश की गई।”

वहीं संयुक्त किसान मोर्चा ने 6 फरवरी को दिन के 12 बजे से 3 बजे तक पूरे देशभर में चक्का जाम करने का ऐलान किया है। संयुक्त किसान मोर्चा ने पुलिस पर आरोप लगाया कि प्रदर्शन में आए नौजवानों को परेशान किया जा रहा है, बेवजह उनकी पिटाई और गिरफ्तारी की की जा रही है।

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