जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। क्रिकेट एसोसिएशन लखनऊ ने 21वीं बाबू बनारसी दास (BBD) ए, बी और सी डिवीजन लीग को खिलाड़ियों के हित में अधिक प्रतिस्पर्धी और पारदर्शी बनाने के लिए कई बदलावों की घोषणा की है।
एसोसिएशन का कहना है कि इन बदलावों से खिलाड़ियों को अधिक अवसर मिलेंगे और प्रतिभावान खिलाड़ियों को उनके प्रदर्शन के आधार पर चयन प्रक्रिया में वरीयता दी जाएगी।
किए गए प्रमुख बदलाव
- लीग मैचों की संख्या-ए डिवीजन को 9 मैच, बी डिवीजन को 8 मैच और सी डिवीजन को 9 मैच खेलने का अवसर मिलेगा।
- नाकआउट स्टेज- प्रत्येक पूल से अब 4 टीमें नॉकआउट में प्रवेश करेंगी।
- परफॉर्मेंस आधारित चयन-खिलाड़ियों को ट्रायल और इंटर डिस्ट्रिक्ट मैचों के लिए प्रदर्शन के आधार पर प्राथमिकता मिलेगी।
ट्रायल मैचों के लिए मानदंड (Criteria)
- बैटर: A डिव – 270 रन, B डिव – 300 रन, C डिव – 360 रन
- स्पिनर: A डिव – 12 विकेट, B डिव – 14 विकेट, C डिव – 16 विकेट
- पेसर: A डिव – 11 विकेट, B डिव – 12 विकेट, C डिव – 14 विकेट
- इंटर डिस्ट्रिक्ट मैचों के लिए मानदंड
- बैटर: A डिव – 500 रन, B डिव – 600 रन, C डिव – 650 रन
- स्पिनर: A डिव – 27 विकेट, B डिव – 30 विकेट, C डिव – 35 विकेट
- पेसर: A डिव – 25 विकेट, B डिव – 27 विकेट, C डिव – 32 विकेट
इन खिलाड़ियों को सीधे इंटर डिस्ट्रिक्ट मैच खेलने का अवसर मिलेगा और उन्हें किसी चयन प्रक्रिया से नहीं गुजरना होगा।
अन्य बदलाव
ट्रायल फॉर्म भरना सभी खिलाड़ियों के लिए अनिवार्य किया गया है। सेमीफाइनल और फाइनल मुकाबले बीसीसीआई से मान्यता प्राप्त मैदानों पर होंगे और इनमें SG टेस्ट बॉल का इस्तेमाल होगा।
फाइनल और सेमीफाइनल मैच दो दिनों तक चलेंगे और खिलाड़ियों को बीसीसीआई बोर्ड मैचों जैसी सभी सुविधाएं दी जाएंगी।
एंट्री फीस अब 30,000 रुपये निर्धारित की गई है, जिसके तहत खिलाड़ियों को 9 मैच खेलने का मौका मिलेगा। फीस दो भागों में जमा की जा सकती है।
कुछ लोगों द्वारा एंट्री फीस बढ़ाने को लेकर सवाल उठाए जा रहे थे, लेकिन एसोसिएशन ने स्पष्ट किया है कि पिछले आठ वर्षों से फीस में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई थी। अब मैचों की संख्या और सुविधाएं बढ़ाने के कारण फीस में बदलाव किया गया है। एसोसिएशन का दावा है कि इन निर्णयों से प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को आगे बढ़ने में मदद मिलेगी और चयन प्रक्रिया में पूरी पारदर्शिता बनी रहेगी।