जुबिली स्पेशल डेस्क
भारत की 19 वर्षीय युवा शतरंज सनसनी दिव्या देशमुख ने ग्रैंडमास्टर और हमवतन कोनेरू हम्पी को हराकर फिडे महिला शतरंज विश्व कप 2025 का खिताब अपने नाम कर लिया। वह यह टूर्नामेंट जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गई हैं।
फाइनल मुकाबला बेहद रोमांचक रहा, जिसमें दोनों क्लासिकल गेम ड्रॉ रहने के बाद टाईब्रेकर का सहारा लेना पड़ा। दूसरे रैपिड टाईब्रेकर में दिव्या ने काले मोहरों से शानदार जीत दर्ज की और इतिहास रच दिया।
दिव्या की यह जीत सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं, बल्कि ग्रैंडमास्टर का टाइटल भी लेकर आई। मैच के बाद दिव्या भावुक हो गईं – यह उनके करियर का सबसे यादगार पल था।
कैसे हुआ फैसला?
- क्लासिकल मुकाबले: दोनों गेम ड्रॉ
- रैपिड टाईब्रेकर 1: ड्रॉ
- रैपिड टाईब्रेकर 2: दिव्या की जीत
- पूरी प्रक्रिया में हर चाल के बाद 10 सेकंड का समय जोड़ा जाता है।
अब दिव्या कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए भी क्वालिफाई कर चुकी हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिव्या को एक्स (Twitter) पर जीत की शुभकामनाएं दीं और देश को गौरव दिलाने के लिए सराहा।
अपनी जीत के तुरंत बाद भावुक दिव्या ने कहा, “मुझे लगता है कि यह किस्मत थी, मुझे इस तरह ग्रैंडमास्टर का खिताब मिलना। टूर्नामेंट से पहले, मेरे पास एक भी नॉर्म नहीं था. मैं सोच रही थी कि शायद मैं यहां एक ग्रैंडमास्टर नॉर्म कमा सकती हूं. और अंत में मैं ग्रैंडमास्टर बन गई।”
Divya’s hug to her mom says everything ❤️#FIDEWorldCup @DivyaDeshmukh05 pic.twitter.com/jeOa6CjNc1
— International Chess Federation (@FIDE_chess) July 28, 2025
कौन हैं दिव्या देशमुख? जानिए उनके अब तक के बड़े मुकाम
नागपुर, महाराष्ट्र में जन्मी दिव्या देशमुख (जन्म: 9 दिसंबर 2005) ने बहुत कम उम्र में शतरंज की दुनिया में अपनी गहरी छाप छोड़ी है।
Chess.com के मुताबिक, वर्तमान में उनकी विश्व रैंकिंग 905 है। अब तक दिव्या ने कई प्रतिष्ठित खिताब अपने नाम किए हैं, जिनमें शामिल हैं:
- 2022 महिला शतरंज चैंपियन
- 2023 एशियाई महिला चैंपियन
- 2024 अंडर-20 वर्ल्ड चैंपियन
फिडे महिला विश्व कप 2025 जीतने के साथ उन्होंने अपने करियर में नया इतिहास रच दिया है और भारत का नाम दुनिया भर में रोशन किया है।