जुबिली न्यूज डेस्क
वाराणसी | पवित्र नगरी वाराणसी इस समय गंगा के उफान और लगातार हो रही बारिश से दोहरी मार झेल रही है। गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है और अब यह 67 मीटर के करीब पहुंच चुका है, जो खतरे के निशान से महज 5 मीटर नीचे है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने पूर्वांचल और वाराणसी में आगामी दिनों में भारी बारिश की चेतावनी जारी कर दी है।
गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा
जानकारी के अनुसार, गंगा में प्रति घंटे 3 सेंटीमीटर की रफ्तार से जलस्तर में वृद्धि हो रही है। इससे घाटों का आपसी संपर्क टूट गया है। प्रसिद्ध दशाश्वमेध घाट पर होने वाली गंगा आरती को छत पर स्थानांतरित कर दिया गया है। शवदाह जैसे कार्य भी अब घाटों की छत पर कराए जा रहे हैं, जिससे लोगों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
कांवड़ शिविरों में पानी भर गया
लगातार बारिश से कांवड़ शिविरों में भी जलभराव की स्थिति बन गई है। हालात इतने खराब हो गए कि सपा कार्यकर्ता पानी में ही लेटकर प्रदर्शन करते नजर आए।
IMD ने दी भारी बारिश की चेतावनी
भारतीय मौसम विभाग ने बताया कि 13 जुलाई की रात से वाराणसी में तेज हवाएं और बारिश का सिलसिला शुरू हो गया है, जो 17 जुलाई तक जारी रहने की संभावना है। इस दौरान न्यूनतम तापमान 26°C और अधिकतम 32°C रहने का अनुमान है।
बाढ़ जैसे हालात की आशंका
जलस्तर बढ़ने और लगातार बारिश के चलते प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग अलर्ट पर है। अनुमान लगाया जा रहा है कि यदि बारिश और जलस्तर का यही रुख जारी रहा, तो गंगा तटवर्ती क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
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प्रशासन ने क्या कदम उठाए?
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गंगा आरती को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया गया
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निचले इलाकों में निगरानी तेज
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बाढ़ राहत टीमों को सतर्क किया गया
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लोगों को घाटों के आसपास जाने से मना किया गया