जुबिली स्पेशल डेस्क
टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर ने कप्तान शुभमन गिल के समर्थन में बड़ा बयान दिया है। गिल की आलोचना पर नाराज़गी जताते हुए गंभीर ने साफ कहा कि जब तक यह युवा कप्तान अपना काम ईमानदारी से करता रहेगा, वह उसके साथ मजबूती से खड़े रहेंगे।
दिल्ली के फिरोजशाह कोटला में भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेले जा रहे दूसरे टेस्ट के दौरान स्टार स्पोर्ट्स से बातचीत में गंभीर ने कहा कि गिल को कप्तानी मिलने के बाद अनुचित आलोचनाओं का सामना करना पड़ा, लेकिन उसने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में अविश्वसनीय धैर्य दिखाकर सबका मुंह बंद कर दिया।भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज 2-2 से बराबरी पर खत्म की थी, जिसमें गिल ने 750 रन बनाए थे।

गंभीर ने बताया कि जब शुभमन को टेस्ट कप्तान नियुक्त किया गया, तब उन्होंने उससे कहा था “हमने तुम्हें गहरे समुद्र में फेंक दिया है। अब या तो तुम डूबोगे या एक विश्वस्तरीय तैराक बनोगे।”उन्होंने आगे कहा, “मेरे लिए गिल के रन नहीं, बल्कि उसका रवैया और नेतृत्व मायने रखता है। 25 साल की उम्र में उसने टीम, प्रेशर और आलोचना तीनों को जिस संतुलन से संभाला, वह काबिल-ए-तारीफ है।”“ओवल टेस्ट के बाद मैंने कहा तुम सबसे कठिन परीक्षा पास कर चुके हो” गंभीर ने बताया कि इंग्लैंड दौरा गिल के करियर की सबसे कठिन परीक्षा थी।
“ओवल टेस्ट में जीत के बाद मैंने उससे कहा अब बदलाव का दौर खत्म, अब चीज़ें आसान होंगी,” गंभीर ने कहा। उन्होंने बताया कि इंग्लैंड की टीम बहुत मजबूत थी और भारतीय टीम उस वक्त अनुभवहीन, लेकिन शुभमन ने शानदार तरीके से कप्तानी करते हुए टीम को संभाला। “जब तक वह ठीक कर रहा है, मैं आलोचना भी उसके साथ झेलूंगा”
गौतम गंभीर ने आगे कहा “मैं गिल के कप्तानी के तरीके से बहुत प्रभावित हूं। इंग्लैंड सीरीज के दौरान टीम पर बहुत दबाव था, लेकिन उसने कभी तनाव नहीं दिखाया। उसने मुस्कुराते हुए टीम का नेतृत्व किया। जब तक वह अपनी जिम्मेदारी निभाता रहेगा, मैं उसके साथ खड़ा रहूंगा — आलोचना झेलने के लिए भी तैयार हूं।”
उन्होंने कहा कि गिल को अब वनडे टीम की भी कमान सौंपी गई है और वह इस अक्टूबर से ऑस्ट्रेलिया सीरीज से बतौर कप्तान अपनी नई भूमिका शुरू करेगा। बीसीसीआई उसे 2027 वर्ल्ड कप के लिए बतौर कप्तान तैयार कर रही है।
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