- पटना में कारोबारी की दिनदहाड़े हत्या, सवालों के घेरे में बिहार की कानून-व्यवस्था
जुबिली स्पेशल डेस्क
पटना। बिहार की राजधानी एक बार फिर अपराध की चपेट में आ गई है। पटना में शुक्रवार देर रात शहर के एक जाने-माने व्यवसायी गोपाल खेमका की गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह वारदात उस वक्त हुई जब वह अपने अपार्टमेंट लौट रहे थे। कार से उतरते ही घात लगाए बैठे हमलावरों ने उन्हें निशाना बना लिया और फरार हो गए।
इस घटना ने एक बार फिर बिहार की कानून-व्यवस्था पर गहरे सवाल खड़े कर दिए हैं। हैरानी की बात यह है कि सात साल पहले गोपाल खेमका के बेटे गुंजन खेमका की भी हाजीपुर में इसी तरह हत्या की गई थी। 2018 में बदमाशों ने गुंजन खेमका को उनकी कॉटन फैक्ट्री के गेट पर गोली मारी थी। उस वारदात में भी आरोपी अब तक पकड़े नहीं जा सके।
नीतीश कुमार की सरकार लगातार “कानून का राज” होने का दावा करती रही है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। बेखौफ अपराधी ना केवल आम लोगों बल्कि पुलिस प्रशासन को भी खुली चुनौती दे रहे हैं। राजधानी जैसे हाई-सिक्योरिटी जोन में इस तरह की वारदात ने सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है।
खेमका परिवार पर दोहरी मार
अब दोबारा उसी परिवार को इस तरह की त्रासदी का सामना करना पड़ा है। कारोबारी वर्ग और आमजन के बीच दहशत का माहौल है। लोगों का कहना है कि अगर राजधानी में अपराधी इस कदर बेखौफ हैं, तो राज्य के दूसरे हिस्सों की हालत का अंदाज़ा लगाना मुश्किल नहीं।
पुलिस ने फिलहाल मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। घटनास्थल से मिले सुरागों के आधार पर सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। लेकिन यह देखना अहम होगा कि क्या इस बार आरोपी कानून के शिकंजे में आ पाते हैं या फिर मामला एक और अधूरी कहानी बनकर रह जाएगा।
बेटे के बाद अब पिता को भी गोली मारी गई, खेमका परिवार पर एक और कहर
बिहार के चर्चित कारोबारी परिवार खेमका पर एक बार फिर दुःखों का पहाड़ टूट पड़ा है। सात साल पहले बेटे गुंजन खेमका की हत्या के बाद अब पिता गोपाल खेमका को भी शुक्रवार रात अज्ञात हमलावरों ने गोलियों से भून दिया। इस दोहरी त्रासदी ने पूरे व्यापारिक और राजनीतिक हलके में सनसनी फैला दी है।
गुंजन की हत्या भी थी पूरी तरह प्लान्ड
साल 2018 की बात है जब गुंजन खेमका हाजीपुर स्थित अपनी फैक्ट्री पहुंचे थे। फैक्ट्री के मुख्य गेट पर जैसे ही सुरक्षा गार्ड ने दरवाज़ा खोला, घात लगाए हमलावरों ने गुंजन की कार पर धावा बोल दिया। गाड़ी की खिड़की से पिस्टल सटाकर ताबड़तोड़ फायरिंग की गई।
गुंजन को सिर और सीने में कई गोलियां लगीं, जबकि गाड़ी के शीशे बंद थे। हमलावर वारदात के बाद हथियार लहराते हुए मौके से फरार हो गए।
बेटे की मौत ने तोड़ दिया था गोपाल खेमका को
गुंजन की हत्या के बाद गोपाल खेमका पूरी तरह टूट चुके थे। बेटे को खोने का दर्द उन्होंने कभी नहीं भुलाया। लेकिन शुक्रवार को किस्मत ने एक और वारदात उनके नाम लिख दी — अब इस बार खुद गोपाल खेमका को भी उसी अंदाज में मौत दी गई।
वे जैसे ही अपने अपार्टमेंट के बाहर पहुंचे, पहले से घात लगाए हमलावरों ने कार से उतरते ही उन्हें गोली मार दी।
अब पुलिस के सामने बड़ी चुनौती
पटना पुलिस ने इस सनसनीखेज हत्याकांड की जांच शुरू कर दी है। घटनास्थल से एक खोखा और एक जिंदा कारतूस बरामद किया गया है। आसपास के CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं और पूरे इलाके की नाकेेबंदी कर दी गई है।
गोपाल खेमका के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है, और पुलिस की कोशिश है कि जल्द से जल्द हमलावरों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जाए।