जुबिली न्यूज डेस्क
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में एक बड़ा हादसा टल गया, जब केदारनाथ जा रहे एक हेलीकॉप्टर को तकनीकी खराबी के चलते हाईवे पर आपात लैंडिंग करानी पड़ी। यह घटना फाटा-बड़ासू क्षेत्र की है, जहां हेलीपैड की बजाय पायलट ने सूझबूझ दिखाते हुए सड़क पर हेलीकॉप्टर उतार दिया। इस दौरान एक वाहन को नुकसान भी पहुंचा, लेकिन कोई बड़ा नुकसान या जनहानि नहीं हुई।
किस हेलीकॉप्टर की हुई इमरजेंसी लैंडिंग?
यह हेलीकॉप्टर क्रेस्टेल एविएशन प्राइवेट लिमिटेड (Crestel Aviation Pvt. Ltd.) का था, जो सिरसी हेलीपैड से केदारनाथ के लिए श्रद्धालुओं को लेकर रवाना हुआ था। टेकऑफ के कुछ ही मिनट बाद पायलट को तकनीकी गड़बड़ी का पता चला और फौरन हाईवे पर सुरक्षित लैंडिंग की गई।
हेलीकॉप्टर में कितने यात्री सवार थे?
हेलीकॉप्टर में कुल 7 लोग सवार थे – एक पायलट, एक को-पायलट और पांच श्रद्धालु। जानकारी के मुताबिक को-पायलट को हल्की चोटें आई हैं। बाकी सभी यात्री सुरक्षित हैं और उन्हें प्रशासन द्वारा दूसरी जगह भेजा गया।
हादसे के बाद क्या हुआ?
हाईवे पर अचानक हेलीकॉप्टर की लैंडिंग से दोनों तरफ का यातायात बाधित हो गया। हेलीकॉप्टर को हटाने का काम जारी है और यात्रियों को कुछ देर के लिए नजदीकी स्थानों पर रुकने की सलाह दी गई है।
पहले भी हो चुके हैं हेलीकॉप्टर हादसे
यह पहला मामला नहीं है जब चारधाम यात्रा के दौरान हेलीकॉप्टर से जुड़ी घटनाएं सामने आई हों। मई 2025 में केदारनाथ में एक हेली एम्बुलेंस लैंडिंग के वक्त हादसे का शिकार हुई थी। वहीं, 8 मई को गंगोत्री जा रहे हेलीकॉप्टर के क्रैश में 6 लोगों की मौत हो गई थी। इससे साफ है कि चारधाम यात्रा में हेलीकॉप्टर सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
ये भी पढ़ें-ड्रोन हमलों से दहला यूक्रेन, पुतिन का पलटवार
DGCA को दी गई जानकारी
इस इमरजेंसी लैंडिंग की जानकारी UCADA (उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण) ने DGCA को दे दी है। फिलहाल हादसे की तकनीकी जांच जारी है और बाकी सभी हेलीकॉप्टर शटल सेवाएं सामान्य रूप से चल रही हैं।